Chief Minister Ladli Behna Yojana : मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की 1.31 करोड़ लाड़ली बहनों के लिए खुशखबरी है।अब 450 रुपए में गैस सिलेंडर मिलेगा, इसके लिए 15 सितंबर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके तहत सावन के माह में अर्थात 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर रिफिल कराने वाली लाड़ली बहनों को अनुदान राशि का अंतरण उनके बैंक खातों में किया जाएगा।पहले बहनों को गैस कम्पनी से विक्रय दर पर ही सिलेंडर लेना होगा, फिर अंतर राशि बैंक खाते में रिफंड की जाएगी।खास बात ये है कि टीकमगढ़ जिले की जतारा तहसील के बिलगांय गाँव की लक्ष्मी रैकवार योजना की पहली हितग्राही बन गई है।
लक्ष्मी रैकवार बनी योजना की पहली हितग्राही, 450 में मिलेगा गैस सिलेंडर
टीकमगढ़ की सभा को वर्चुअली संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहनों को खुशखबरी देते हुए कहा कि रसोई गैस सिलेंडर सिर्फ 450 रूपए में उपलब्ध होगा। टीकमगढ़ जिले की जतारा तहसील के बिलगांय गाँव की श्रीमती लक्ष्मी रैकवार योजना की पहली हितग्राही बन गई है। केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार और वन राज्य मंत्री राहुल सिंह ने लक्ष्मी रैकवार से 450 रूपये में घरेलू गैस सिलेंडर प्राप्त करने के लिये आवेदन की प्रक्रिया पूरी करवाई। इसी प्रकार टीकमगढ़ के वार्ड नं. 26 की निवासी योजना की दूसरी उज्जवला योजना की हितग्राही अभिलाषा साहू से पंजीयन प्रक्रिया की पूर्ति करवाई।
खाते में डाली जाएगी अंतर राशि
सीएम चौहान ने कहा कि मैंने अपनी लाड़ली बहनों से राखी पर 450 रूपए में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने का वादा किया था, यह भी कहा था कि यह सुविधा जारी रखी जाएगी। मैंने वह वचन पूरा करते हुए इसके लिए योजना लागू कर दी है। अब लाड़ली बहनों और उज्जवला योजना की हितग्राही बहनों को प्रतिमाह एक सिलेंडर 450 रूपए की दर पर उपलब्ध होगा। बहनों को गैस कम्पनी से विक्रय दर पर ही सिलेंडर लेना होगा।
लाड़ली बहनों को अंतर की राशि उनके बैंक खाते में रिफंड की जाएगी। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी बहनों के खाते में अनुदान राशि ऑयल कम्पनी द्वारा डाली जाएगी और यह अनुदान राशि राज्य सरकार द्वारा ऑयल कम्पनी को दी जाएगी। ऐसी लाड़ली बहनें जो उज्जवला योजना की लाभार्थी नहीं है, उनके बैंक खाते में अनुदान राशि सीधे राज्य सरकार डालेगी।
पोर्टल पर कराना होगा पंजीयन, अक्टूबर में मिलेंगे 1250 रुपए
सीएम ने कहा कि बहनों को योजना का लाभ लेने के लिए पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा। पंजीयन के लिए एल.पी.जी. कनेक्शन आई.डी. और समग्र आई.डी. की जरूरत होगी। पंजीयन उन सभी केन्द्रों पर किया जाएगा, जहाँ लाड़ली बहना योजना का पंजीयन होता है।हमारी सरकार जो कहती है, वह करती है। लाड़ली बहनों को दी जाने वाली राशि में वृद्धि की बात कही थी तद्नुसार अक्टूबर माह में 1250 रूपए खाते में डाले जाएंगे। यह राशि क्रमबद्ध रूप से बढ़ाकर 3 हजार रूपए तक की जाएगी।
किस तरह मिलेगा 450 रुपए में रसोई गैस का लाभ,
- सावन के माह में अर्थात 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर रिफिल कराने वाली लाड़ली बहनों को भी अनुदान राशि का अंतरण उनके बैंक खातों में किया जाएगा।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए लाड़ली बहनों को पंजीयन कराना होगा, इसकी प्रक्रिया 15 सितंबर से शुरू हो गई है।
- ऐसी बहनों का पंजीयन किया जाएगा जो पूर्व से गैस कनेक्शन धारी हों और यह बहनें उज्जवला योजना की लाभार्थी भी हो सकती हैं।
- पंजीयन के लिए केवल दो जानकारी या दस्तावेज (अ) एलपीजी कनेक्शन आईडी (ब) समग्र आईडी की आवश्यकता होगी।
- घरेलू गैस संबंधी पंजीयन उन सभी केंद्रों पर किया जाएगा जहां मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का पंजीयन होता है।
शासन भी सभी आइल कम्पनी से बहनों के गैस कनेक्शन संबंधी जानकारी प्राप्त कर रहा है तथा उसे पोर्टल पर 25 सितम्बर को प्रदर्शित किया जाएगा। - इससे बहनों को अपनी जानकारी देखने में सुविधा होगी। बहनों की समस्याओं के निराकरण के लिए शिकायत निवारण एप्लीकेशन भी तैयार की जा रही है।
- पात्रता धारी लाड़ली बहनों को गैस रिफिल आइल कम्पनी की विक्रय दर पर ही खरीदना होगा। लाड़ली बहनो को यह गैस रिफिल 450 रुपए में पड़े इसके लिए अंतर की राशि में से केंद्र सरकार के अनुदान को कम करते हुए शेष राशि, अनुदान के रूप में उनके बैक खाते में रिफंड की जाएगी।
- गैस सिलेंडर पर यह अनुदान, लाड़ली बहनों को हर महीने एक गैस रिफिल पर मिलेगा। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी लाड़ली बहनों के खाते में अनुदान राशि आइल कम्पनी द्वारा डाली जाएगी और यह अनुदान राशि राज्य सरकार द्वारा आइल कम्पनी को दी जाएगी।
- ऐसी लाड़ली बहनें जो उज्जवला योजना की लाभार्थी नहीं हैं उनके बैक खाते में अनुदान राशि सीधे राज्य सरकार डालेगी।यदि भविष्य में कभी गैस रिफिल करने की दरें बदलती हैं तो उसके अंतर की राशि की पूर्ति राज्य सरकार करेगी।
- उज्जवला योजना के अंतर्गत पंजीकृत 82 लाख उपभोक्ता के अलावा मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पंजीकृत लगभग 15 लाख महिलाएं (एलपीजी कनेक्शनधारी) भी इसकी पात्र होने का अनुमान है। उज्जवला योजना की हितग्राही लाड़ली बहना योजना की भी हितग्राही हैं।