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Thu, Dec 18, 2025

सीएम डॉ. मोहन यादव ने बाढ़ पीड़ितों को दी 30 करोड़ राहत राशि, कहा ‘हर पीड़ित के साथ खड़ी है सरकार’

Written by:Shruty Kushwaha
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मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आपके परिवार का सदस्य हूं और संघर्ष के क्षणों में सरकार और प्रशासन आपको कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने बताया कि बाढ़ से किसानों की फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण कार्य जारी है। जैसे ही सर्वे पूरा होगा, प्रभावित किसानों को मुआवज़े की राशि भी प्रदान की जाएगी।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने बाढ़ पीड़ितों को दी 30 करोड़ राहत राशि, कहा ‘हर पीड़ित के साथ खड़ी है सरकार’

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ और अतिवृष्टि से प्रभावित 28,400 हितग्राहियों को सिंगल क्लिक के जरिए 30 करोड़ की राहत राशि प्रदान की। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न जिलों के पीड़ित परिवारों से वर्चुअली संवाद किया और भरोसा दिलाया कि सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है।

सीएम ने बताया कि सरकार ने पहले से आपदा प्रबंधन की तैयारी की थी। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना को सक्रिय किया गया। वहीं, कई जबकि सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने भी इस कठिन समय में महत्वपूर्ण योगदान दिया जिसके लिए सीएम ने उनका आभार व्यक्त किया। प्रत्येक जिले को आपदा प्रबंधन के लिए 23 लाख रुपये से अधिक की अग्रिम राशि दी गई।

बाढ़ पीड़ितों को दी गई राहत राशि

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज बाढ़ प्रभावितों को तीस करोड़ की राहत राशि प्रदान की है। उन्होंने बताया कि अब तक बाढ़ प्रभावितों को 58 करोड़ रुपये की राहत राशि वितरित की जा चुकी है, जिसमें 28 करोड़ पहले और 30 करोड़ आज दिए गए। उन्होंने कहा कि ‘आज हमने बाढ़ प्रभावित लोगों को मानवीय सहायता प्रदान की है, अभी फसल के नुकसान का सर्वे चल रहा है, सर्वे पूरा होने पर फसल के नुकसान की राशि भी दी जाएगी।’ उन्होंने कहा कि ‘मेरे लिए आपकी सेवा ही ईश्वर की सेवा है। बाढ़ के इस कठिन दौर में प्रदेश सरकार हर पीड़ित के साथ खड़ी है।’

बाढ़ प्रभावितों की सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 

बता दें कि इस मानसून में अब तक 37% अधिक वर्षा (729.1 मिमी) दर्ज की गई, जिससे गुना, निवाड़ी, टीकमगढ़, मंडला और अशोकनगर जैसे जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इस दौरान 296 जनहानि, 1685 पशुहानि, 299 मकानों को पूर्ण क्षति और 4114 मकानों को आंशिक क्षति हुई। प्रदेश में 61 राहत शिविर संचालित किए गए जिनमें 7345 प्रभावित लोगों को रखा गया। प्रदेश के ज्यादातर सिंचाई बांध 40 से 90% तक भरे हैं, जबकि चार बांध 100% भरे हैं।  सरकार बाढ़ की स्थिति पर निरंतर नजर रख रही है और प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है। बाढ़ की स्थिति में सहायता के लिए टोल-फ्री नंबर 1079 पर 24×7 संपर्क की व्यवस्था है और संकट की स्थिति में इस नंबर पर फोन करके मदद मांगी जा सकती है।