इसी के साथ सीएम शिवराज ने कहा कि भोपाल नगर में सड़कों का कार्य चार एजेंसियां पी.डब्ल्यू.डी, नगर निगम, सीपीए, तथा भोपाल विकास प्राधिकरण कर रही हैं। अधिक एजेंसियां होने से कार्य तत्परता के साथ नहीं हो पाता। उन्होने निर्देश दिए कि भोपाल की सड़कें की जिम्मेदारी एक या दो एजेंसी के पास होना चाहिए, इस परंपरा को बदला जाना चाहिए। इसी के साथ सीएम ने तत्काल प्रभाव से सीपीए (राजधानी परियोजना प्रशासन) समाप्त करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि सीपीए की आवश्यकता नहीं है अत: इसका कार्य तुरंत समाप्त किया जाए। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को निर्देश दिए कि वे कार्य के लिए एजेंसियां तय करें।
बैठक में भोपाल की सड़कों को लेकर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की और जगह जगह मौजूद गड्ढोम को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होने कहा कि मुझे किसी तरह का एक्सक्यूज नहीं चाहिए और गड्ढों को जल्दी भरा जाए। बैठक में सीएस, भोपाल कलेक्टर, पीएस पीडब्ल्यूडी, सीपीए और नगर निगम के अधिकारी उपस्थित थे।