CM Shivraj ने कारम बांध आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया सम्मानित, जांच कमेटी गठित

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कारम डैम में आपदा नियंत्रण में सहयोग देने वाले पोकलेन मशीनों के ड्राइवर व सहायकों को निवास पर आयोजित सम्मान समारोह में सम्मानित किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कारम डैम से पानी रिसने के मामले की जांच कमेटी गठित कर दी है।  उन्होने कहा कि जो तथ्य निकलेंगे उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और इसे लेकर सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। बता दें कि धार (dhar) जिले के कारम बांध का एक हिस्सा टूटने से आसपास के गांवों में बांध का पानी घुस गया था।

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सीएम शिवराज ने कहा कि हम लोग तो यहां से वस्तु स्थिति पर नजर रखे हुए थे और लगातार निर्देश दे रहे थे, लेकिन कारम बांध पर उत्पन्न विषम परिस्थितियों में पोकलेन पर काम करने वाले हमारे साथी बेहद कठिन जोखिम का सामना कर रहे थे। उनके साहस की मैं प्रशंसा करता हूं। बांध के विशेषज्ञों और टीम एमपी के साथियों से विचार-विमर्श के पश्चात हम सबने तय किया कि ऐसी जगह से पानी को निकालने के लिए स्थान बनाया गया, जहां एक तरफ पत्थर और दूसरी ओर मिट्टी थी। इससे तेजी से कटाव के बढ़ने की आशंका नहीं थी। इस कार्यक्रम में जो साथी उपस्थित हुए उनके साहस को मैं नमन करता हूं, साथ ही जो ज्ञात-अज्ञात साथी हैं, जिन्होंने कारम बांध की विषम परिस्थितियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन यहां उपस्थित नहीं हैं, उन्हें भी मैं नमन करता हूं।

शिवराज ने कहा कि ‘एक ऐसा संकट जिसने मुझे भी 3 दिन और 3 रात सोने नहीं दिया। कोई और चिंता ही नहीं थी, एक ही चिंता, जुनून, जज्बा था कि हमारे भाई-बहन, बेटा-बेटी सब सुरक्षित रहें। केवल इंसान ही सुरक्षित ना रहे बल्कि मूक प्राणी जो बोल नहीं सकते, कोई गाय, भैंस, बैल बंधा रह गया हो, बकरा-बकरी रह गया हो वह भी सुरक्षित रहे। मैंने कलेक्टरों को कहा था कि मुर्गा मुर्गी को भी सुरक्षित निकाल ले जाना कहीं कोई जान नहीं जानी चाहिए। आज ह्रदय में संतोष है की जनता भी सुरक्षित रही और पशु-पक्षी भी सुरक्षित रहे। बाकी थोड़ा बहुत फसलों का नुकसान हुआ है लेकिन काहे की चिंता, मामा तो है कर देगा भरपाई इसमें क्या दिक्कत है।

सीएम ने इस दौरान विभिन्न संगठनों और लोगों द्वारा सहायता किए जाने पर आभार जताया है। उन्होने कहा कि ‘अलग-अलग संगठनों ने, संघ, सेवा भारती, सनातन समर्थ से लगाकर सारे जनप्रतिनिधि नगर पंचायत से लेकर पंचायतों तक के और हमारे वो साथी जिन्होंने, जान हथेली पर रखकर एक बाईपास चैनल बनाने की योजना के लिए पोकलेन मशीन, जेसीबी मशीन और डर लगता था ये कहीं खिसक न जाए। लेकिन डटे रहे हमारे सभी, एसएन मिश्र जी उनकी पूरी टीम, कमिश्नर और आईजी इंदौर, कलेक्टर-एसपी धार, खरगोन नीचे तक के सभी कर्मचारी और अधिकारी! यह कार्यक्रम कोई कर्मकांड नहीं है। ये अंतरात्मा ने कहा, शिवराज इनका तू सम्मान कर इसलिए मैंने आज आपको बुलाया है।’


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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