Mon, Dec 29, 2025

कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव की लोकायुक्त से की शिकायत, विवेक तन्खा ने लगाए गंभीर आरोप

Written by:Shruty Kushwaha
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कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव की लोकायुक्त से की शिकायत, विवेक तन्खा ने लगाए गंभीर आरोप

Congress complains to Lokayukta of Chief Secretary of MP : कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के खिलाफ लोकायुक्त को शिकायत की है। आज राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव एवं मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने लोकायुक्त एनके गुप्ता से मिलकर मुख्य सचिव की शिकायत दर्ज करवाई।

इसके बाद विवेक तन्खा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जहां सीएस इकबाल सिंह बैंस सहित आजीविका मिशन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ललित मोहन बेलवाल पर भी कई तरह के आरोप लगाए। उन्होने मध्य प्रदेश अकाउंटिंग जनरल (AG) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कि उसमें 500 करोड़ का घपला बताया गया है। विवेक तन्खा ने कहा कि एजी की रिपोर्ट के बावजूद ललित मोहन बेलवाल को सीईओ पद पर कंटिन्यू करने को लेकर सवाल उठाया और कहा कि इतने घोटाले के बावजूद उन्हें लगातार एक्सटेंशन दिया जा रहा है और उन्हें मुख्य सचिव का संरक्षण है। उन्होने इसे मध्य प्रदेश के लिए दुखद प्रसंग बताते हुए कहा कि कांग्रेस ने कई बार विधानसभा में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन इसे उठाने नहीं दिया गया।

इस मामले पर जांच की मांग करते हुए विवेक तन्खा ने सवाल किया कि आखिर इन मामलों की स्वतंत्र एजेंसी से जांच क्यों नहीं कराई जा रही है। उन्होने कहा कि हमने अपनी शिकायत लोकायुक्त को की है और हमें पूरी उम्मीद है कि इस मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी। हम चाहते हैं कि दूध का दूध और पानी का पानी है। उन्होने इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि मध्य प्रदेश की जनता को इंसाफ दिलाने के लिए मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें कि कांग्रेस लगातार मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को लेकर विरोध कर रही है और उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रही है। इससे पहले डॉ. गोविंद सिंह भी चुनाव आयुक्त को एक पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग कर चुके हैं। वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि उन्होने विधानसभा में इसे लेकर स्थगन लगाया, ध्यानाकर्षण लगाया लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया। विधानसभा में जब जब सरकार भ्रष्टाचार में फंसती नजर आई, उन्होने कार्यवाही चलने नहीं ही और उनकी तानाशही रही है। इसी के साथ  उन्होने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में इन सारे भ्रष्टाचार को सीएम शिवराज सिंह चौहान का संरक्षण प्राप्त है।