ग्वालियर, अतुल सक्सेना। देश के वैज्ञानिक और डॉक्टर कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जता रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी खासकर बच्चों पर संभावित खतरों को देखते हुए चिकित्सा सेवाएं बेहतर और दुरुस्त करने के निर्देश दे रहे हैं लेकिन ग्वालियर में बच्चों के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के हालात देखकर दिखाई देता है जैसे अस्पताल प्रबंधन पर निर्देशों का कोई असर नहीं हैं। कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने अस्पताल व्यवस्थाओं की ना केवल पोल खोलकर रख दी बल्कि स्थानीय प्रशासन के मुँह पर एक करारा तमाचा भी जड़ दिया।
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दरअसल ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक को शिकायतें मिल रही थी कि शासकीय कमला राजे महिला एवं बाल चिकित्सालय( KRH) में बहुत अव्यवस्थाएँ हैं। शिकायत के बाद गुरुवार दिन में करीब 11: 30 बजे विधायक प्रवीण पाठक KRH के निरीक्षण के लिए पहुंचे। विधायक ने निरीक्षण के दौरान जब बच्चों के PICU की जानकारी ली तो वे चौंक गए। उन्हें बताया गया कि PICU के AC खराब पड़े है। विधायक ने अधिकारियों कर्मचारियों से बात की तो मालूम चला कि AC तो 2 महीने से खराब पड़े हैं तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ आरकेएस धाकड़ को मौके से बात की।
अस्पताल अधीक्षक से बात करने के बाद जब विधायक ने PWD के अधिकारियों से बात की तो वे टालमटोल करने लगे। जिम्मेदारी एक दूसरे पर डालने लगे। उसके बाद विधायक प्रवीण पाठक ने फटकार लगाते हुए अधिकारियों से कहा कि आपके बस का कुछ नहीं है।
PICU में उमस भरी गर्मी से परेशान मासूम बच्चों के उनके परिजनों के हालात देखकर विधायक प्रवीण पाठक संजीदा हो गए और उन्होंने फैसला लिया कि वे खुद सभी AC ठीक कराएंगे। विधायक ने प्राइवेट आदमी बुलवाया और PICU में लगे AC को सुधरवाना शुरू कर दिया। विधायक ने फैसला किया कि जब तक सभी AC चालू नहीं हो जाते वे अस्पताल ने नहीं जायेंगे और फिर वे वहीं डेरा जमा कर बैठ गए
विधायक प्रवीण पाठक अपने समर्थकों के साथ KRH में बैठ गए उन्होंने अधिकारियों से साफ कह दिया कि मैं तब तक यहाँ से नहीं जाऊंगा जब तक सभी AC चालू नहीं हो जाते। 12 घंटे बाद रात को 11: 30 बजे तक चार AC ठीक हो चुके थे लेकिन विधायक वहीं डटे थे उनका कहना था कि जब तक सभी 7 AC ठीक नहीं हो जाते तब तक वे यहाँ से नहीं जायेंगे चाहे पूरी रात क्यों न रुकना पड़े ।