भोपाल| मध्य प्रदेश में भाजपा के 15 साल के शासन को समाप्त कर सत्ता में आई कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है| पार्टी के अंदरखाने गुटबाजी और अंतरकलह की खबरें जहां कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा रही हैं, वहीं सरकार भी अपनों के निशाने झेल रही है| वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का अचानक ट्विटर पर कांग्रेस हटाकर सिर्फ जनसेवक और क्रिकेट प्रेमी लिखना अब तक लोगों को कंफ्यूज कर रहा है, इस बीच अब एक और वरिष्ठ नेता सिंधिया की ही राह पर चल पड़े हैं| यह नेता सिंधिया समर्थक तो नहीं लेकिन अपनी ही सरकार के खिलाफ बेजिझक टिप्पणी के लिए जाने जाते हैं|
दरअसल, बार बार अपनी ही सरकार को निशाने पर लेने वाले पूर्व सीएम दिग्विजय के भाई और गुना जिले की चाचौड़ा सीट से विधायक लक्ष्मण सिंह एक बार फिर बगावती मूड में नजर आ रहे हैं| उन्होंने सिंधिया की तरह ही अपने ट्विटर प्रोफाइल में ‘विधायक, कृषक, गायक’ लिख लिया है। इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट कर अपनी ही पार्टी पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं| लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट कर कांग्रेस पर जहां सवाल उठाये तो वहीं कमलनाथ सरकार के फैसले पर भी निशाना साधा है|
महाराष्ट्र में गठबंधन को लेकर पर कांग्रेस पर तंज
कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर अपनी ही पार्टी पर तंज कसते हुए कहा ‘महाराष्ट्र का राजनीतिक घटनाक्रम” हर घड़ी बदल रही है रूप “राजनीति”,छांव है कभी ,कभी है धूप “राजनीति”,हर पल यहां खूब “खाओ”,जो है समा कल हो न हो’।
सरकार के फैसले का विरोध
वहीं अन्य ट्वीट में कांग्रेस विधायक ने आदिवासी इलाकों में जमीन बेचने के कैबिनेट के फैसले पर सवाल उठाते हुए ट्वीट कर लिखा ‘मध्य प्रदेश में आदिवासियों की भूमि का विक्रय बिना अनुमति के हो सकता है,इस कानून को बदलना होगा,आदिवासियों के हक में यह कानून इंदिराजी ने बनाया था’। इसके अलावा नए विधायक विश्रामगृह को लेकर भी लक्ष्मण सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा है ‘भोपाल में नवीन विधायक विश्राम गृह बनाने हेतु जो सैकडों पेड़ काटे जा रहे हैं,मैं स्वयं विधायक होते हुए इसका विरोध करता हूँ’।