मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को कांग्रेस ने यूरिया खाद के मुद्दे पर सदन के बाहर ज़ोरदार प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक दल ने खाद की किल्लत और उससे किसानों को हो रही परेशानी का मुद्दा उठाते हुए खाद की बोरियां और नैनो खाद की प्रतीकात्मक बोतल लेकर विरोध जताया।
उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार विधानसभा में खाद की किल्लत के मामले पर चर्चा नहीं करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के मुद्दों पर सदन में बात नहीं करना चाहती है। इसी के साथ उन्होंने मांग की कि इस मामले पर तत्काल सरकार का वक्तव्य आए।
खाद के मुद्दे पर कांग्रेस का प्रदर्शन
मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र के पांचवें दिन विपक्ष ने खाद की किल्लत का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक दल ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया। विधायक खाद की बोरियां और नैनो यूरिया की प्रतीकात्मक बोतलें लेकर पहुंचे और गांधी प्रतिमा के पास सिर पर खाद की बोरियां रखकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया।
उमंग सिंघार ने सरकार पर लगाया आरोप
उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि प्रदेश में खाद की भारी किल्लत है और किसान खासे परेशान हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को जबरन नैनो यूरिया पकड़ा रही है और सदन में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं करना चाहती है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ध्यानाकर्षण नोटिस के बावजूद सरकार इस मुद्दे पर चर्चा नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार प्रदेश के मुद्दों की अनदेखी कर रही है और आवश्यक मामलों पर भी चर्चा नहीं की जा रही है।
सचिन यादव ने बीजेपी को घेरा
इस मामले पर कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कहा कि इतने सालों में खाद वितरण प्रणाली में कोई सुधार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि हर सीजन में किसान खाद के लिए रातभर लाइनों में लगने को मजबूर हैं और कई जगह किसानों पर एफआईआर तक दर्ज की जा रही है। पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश की सरकार चाहे जितने दावे करें लेकिन इस डबल इंजन सरकार से किसानों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है।
#मध्यप्रदेश #विधानसभा के मानसून सत्र के पाँचवें दिन कांग्रेस विधायक दल का किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदर्शन।
प्रदेशभर में खाद और यूरिया की भारी किल्लत से किसान परेशान हैं। समय पर खाद न मिलने से फसलें प्रभावित हो रही हैं और किसान महंगे दामों पर खुले बाजार से खाद खरीदने को… pic.twitter.com/GQPdwmPeMm
— Umang Singhar (@UmangSinghar) August 1, 2025





