महिला अपराध पर सियासी घमासान शुरू! कांग्रेस ने शेयर किए आंकड़े, कहा- शवराज बोझ है, बलात्कार रोज है’

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लगातार महिला अपराधों में वृद्धि (Increase in female crimes) होती जा रही है। वहीं एक ओर जहां सरकार महिला सशक्तिकरण (women empowerment) की बात करती है, वहीं दूसरी ओर महिला अपराधों (Female crime cases) में बढ़ोतरी हो रही है। भोपाल के हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital of Bhopal) में इलाजरत यौन शोषण पीड़िता की मौत हो गई है, जिसे लेकर विपक्ष हमलावर हो गई है। कांग्रेस (Congress) ने बीजेपी सरकार (BJP government) पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले महिलाएं अपने आपको घर के बाहर असुरक्षित महसूस करती थी, लेकिन अभी वहीं महिलाएं और लड़कियां खुद को सरकारी सुरक्षा (Government security) में भी असुरक्षित महसूस कर रही है। जिसके बाद मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में महिला सुरक्षा (Female safety) को लेकर घमासान शुरू हो गया है। वहीं कांग्रेस ने महिला अपराध (Female crime) के बढ़ते मामलों को लेकर एक आंकड़ा शेयर किया है।

यौन शोषण पीड़िता की सरकारी अस्पताल में मौत


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।