ग्वालियर, अतुल सक्सेना
कभी कांग्रेस का प्रमुख चेहरा रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद पार्टी में उनके विरोधी रहे और उनके साथी रहे नेता अब हमले कर रहे हैं। भाजपा के संभागीय सदस्यता ग्रहण समारोह को फर्जी बताते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाए कि झूठ बोलने वाले लोगों की पार्टी में जाकर सिंधिया जी भी बड़े बड़े झूठ बोलने लगे हैं। समारोह में तीन दिन तक दिए भाषणों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है और सिंधिया से सवाल किया है।
कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री एवं ग्वालियर जिले की भितरवार सीट से कांग्रेस विधायक लाखन सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार गिराने के बाद वे उस ग्वालियर में पांच महीने बाद पूरी सरकार को साथ लेकर आये जो उनकी कर्मभूमि है। जिस ग्वालियर को वो अपना परिवार मानते हैं वहाँ आने में इतना समय, और आते ही बड़े बड़े झूठ। पूर्व मंत्री ने कहा कि मैं दो दिन से सुन रहा हूँ सिंधिया जी गला फाड़ फाड़ कर कह रहे हैं कि कांग्रेस की सरकार मेरी वजह से बनी, ग्वालियर चंबल संभाग की 34 में से 26 सीट मेरे कारण आईं। तो मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि 2003 में 9 सीटें आईं, 2008 में 13, 2013 में 12सीटें आईं और 2018 कांग्रेस के खाते में 26 सीटें आईं। यदि ये जीत आपकी वजह से हुई तो क्या आप 2003से 2018 तक लोकप्रिय नहीं थे, क्या आपकी कोई इमेज नहीं थे क्या आप केवल पोलिंग बूथ लेवल के कार्यकर्ता की तरह थे । एक बात तो आपको स्वीकार करनी होगी। लाखन सिंह ने कहा कि सिंधिया जी झूठ बोलते हैं, कांग्रेस की सरकार बनने का कारण 2अप्रैल की घटना और भाजपा की शिवराज सरकार का 15 साल का कुशासन था जिससे जनता परेशांन हो चुकी थी।
… तो सिंधिया भी शामिल थे भृष्टाचार में
पूर्व मंत्री लाखन सिंह ने कहा कि सिंधिया जी जोर जोर से चिल्ला रहे हैं कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वल्लभ भवन में भृष्टाचार की नदियाँ बहा रखी थी, तो तब आप क्यों नहीं बोले,उनके तो 6 मंत्री थे, उनके ही विधायक जब मंत्रियों पर आरोप लगाते तब तब चुप क्यों रहे, जब विधायक रणवीर जाटव ने मंत्री तुलसी सिलावट और इमरती देवी पर आरोप लगाए तो सिंधिया जी चुप क्यों रहे क्यों कि वे खुद भृष्टाचार में शामिल थे। उन्होंने कहा कि तब सरकार के हर काम में टांग अड़ाते थे अब बातें कर रहे हैं।