सीतापुर के सीता बाल विद्या इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली प्राची 98.5 के साथ उत्तर प्रदेश बोर्ड के रिज़ल्ट्स में दसवीं में टॉप किया। इसके बाद वो न सिर्फ़ अख़बार और टीवी पर, बल्कि पूरे सोशल मीडिया पर भी चर्चित हो गई। लेकिन अफ़सोस की बात है कि इस टीनएजर बच्ची को लोगों ने उसकी क़ाबिलियत की बजाय उसके चेहरे के बालों के कारण ज़्यादा नोटिस किया। न सिर्फ़ नोटिस किया..बल्कि ट्रोलर्स ने जाने क्या क्या न कहा। एक बच्ची..जिसे उसकी योग्यता और उपलब्धि के कारण पहचाना जाना चाहिए, कुछ कूढ़मगज लोगों ने उसे ‘लुक्स’ को लेकर जज किया। खैर..अच्छी बात ये रही कि प्राची के पक्ष में भी कई लोग सामने आए और इन ट्रोलर्स को खरी खरी सुनाई।
बॉम्बे शेविंग कंपनी का विज्ञापन सवालों में
लेकिन कहते हैं न..कई बार कई लोग ऐसे नाज़ुक मौक़े पर भी अपना हित ही देखते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ जब बॉम्बे शेविंग कंपनी ने प्राची के पक्ष में एक पूरे पेज का विज्ञापन दिया। लेकिन अब इस विज्ञापन को लेकर कंपनी ख़ुद आलोचना का शिकार हो रही है। दरअसल इस विज्ञापन में उसने लिखा है कि ‘वो आज आपके बालों को ट्रोल कर रहे हैं, वे कल आपके A.I.R.की सराहना करेंगे’। लेकिन बात इतनी सी नहीं है। कंपनी ने इस विज्ञापन ने नीचे छोटे अक्षरों में ये भी लिखा है कि ‘हमें उम्मीद है कि आप कभी भी हमारे रेज़र का उपयोग करने के लिए bullied नहीं होंगे।’ इसके बाद इस मार्केटिंग स्ट्रेटजी ने इस बात पर बहस छिड़ गई है।
‘एक्स’ पर छिड़ी बहस
ये मामला तब सामने आया जब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक गब्बर सिंह नाम के एक यूज़र ने ये विज्ञापन शेयर करते हुए इसपर आपत्ति जताई। उन्होंने लिखा है कि ‘बॉम्बे शेविंग कंपनी यूपी बोर्ड टॉपर प्राची के लिए एक पूरे पेज का विज्ञापन करती है, जिसे चेहरे के बालों के लिए ट्रोल किया जा रहा था। इतना हताश करने वाला कुछ नहीं देखा।यह संदेश उनके अपने TG को जाता है, उन लोगों को नहीं जिन्होंने उसे धमकाया, कृपया उसके लिए आंसू बहाते समय हमारे रेजर खरीदना याद रखें। नीचे दाईं ओर की पंक्ति पढ़ें जो हँसने योग्य है’।
गब्बर सिंह द्वारा उठाया गया मुद्दा पूरी तरह जायज़ है और इसने सोशल मीडिया पर फिर एक बार बहस छेड़ दी है। कई लोग इस विज्ञापन का विरोध कर रहे हैं। ज़ाहिर सी बात है कि अगर कोई कंपनी एक बच्ची के समर्थन के बहाने विज्ञापन में सौंदर्य को लेकर सदियों से चली आ रही रूढ़िवादी सोच को बढ़ावा देती है तो सवाल उठेंगे ही। सवाल ये कि आख़िर हम कैसा समाज है जो सौंदर्य के पुरातनपंथी और घिटे पिटे मापदंडों का इतना गुलाम है जो एक बच्ची को ट्रोल करने में नहीं झिझकता।
प्राची ने ट्रोलर्स को दिया विनम्रता भरा जवाब
हालाँकि प्राची निगम इन इन ट्रोलर्स को जवाब दे दिया है। उन्होंने कहा कि ‘मेरे परिवार, मेरे शिक्षकों या मेरे दोस्तों ने कभी भी मेरे अपीयरेंस को लेकर मेरी आयोजना नहीं की और मैंने भी इसकी चिंता नहीं की। रिज़ल्ट के बाद मेरी तस्वीर प्रकाशित हुई तो लोगों ने मुझे ट्रोल करना शुरु कर दिया। फिर मेरा ध्यान इस ओर गया। ट्रोलर्स अपनी मानसिकता के साथ जी सकते हैं। मुझे ख़ुशी है कि मेरी सफलता अब मेरी पहचान है’। प्राची आगे जाकर इंजीनियर बनना चाहती हैं। उन्होंने ये भी कहा कि मुझे अपनी मेहनत पर गर्व है।
लेकिन कई लोगों को उनकी मेहनत नहीं बल्कि चेहरे पर उगे हुए कुछ बाल दिखे। अब बॉम्बे शेविंग कंपनी भी उसी लिस्ट में शुमार हो गई है, जो प्राची के समर्थन के बहाने अपने ही प्रचार पर उतर आई। कौन कैसा दिखता है और दिखना चाहता है..ये नितांत निजी चुनाव है। ख़ासकर इस उम्र में जब बच्चों का ध्यान पढ़ाई, खेलकूद, स्वास्थ्य और भविष्य निर्माण पर होता है..उन्हें इस ब्यूटी इंडस्ट्री की उलझनों से दूर रखना ही बेहतर है। फ़िलहाल, इन सारी बातों को धता बताते हुए प्राची अपने ध्येय को लेकर आगे बढ़ रही है और उम्मीद है कि वो इसी तरह आगे भी नए नए कीर्तिमान रचती रहेंगीं।