ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
कोरोना से बचाव के लिए किये जा रहे सरकारी प्रयास अब नाकाफी साबित हो रहे हैं। अनलॉक का फ़ायदा उठाकर शहर के लोग लापरवाही पर उतर आये हैं जिसका नतीजा ये है कि पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। शनिवार रात आई रिपोर्ट में जिले में अब तक का सबसे बड़ा आंकडा सामने आया है, रिपोर्ट में ग्वालियर के 65 पॉजिटिव मरीज निकले हैं। इतनी बड़ी संख्या में मरीज सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है उसे कम्युनिटी स्प्रेड का डर सताने लगा है।
शुक्रवार को 31 पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद शनिवार को 65 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद से जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। शनिवार रात को आई रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। जिनमें एक ही परिवार के 12 लोग एवं सोना चांदी व्यापारी के स्टाफ के 20 सदस्यों का सामने आना है। रिपोर्ट के मुताबिक गल्ला मंडी कोटा वाला मोहल्ला में रहने वाले एक सदस्य की रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आई थी वे हजीरा चौराहे पर कपड़े का ठेला लगाते हैं जब उनके परिवार के सेम्पल लिए गए तो 12 सदस्य पॉजिटिव निकले। बीते रोज शहर के एक बड़े सोना चांदी व्यवसाई के परिवार के आठ सदस्य पॉजिटिव आने के बाद जब उनके शो रूम के स्टाफ की जाँच कराई गई तो स्टाफ के 20 सदस्य पॉजिटिव निकले। रिपोर्ट में पुरानी छावनी थाने में पदस्थ एक सब इंस्पेक्टर, आईडीबीआई बैंक का असिस्टेंट मैनेजर, एनसीसी ओटीए का कर्मचारी, सब्जी मंडी में काम करने वाला आड़तिया, नगर निगम में काम करने वाला कंप्यूटर ओपरेटर और पशु आहार विक्रेता भी पॉजिटिव मिले। ये सभी ही ऐसे हैं जिनके संपर्क में बहुत लोग आये। बताया जा रहा है कि आड़तिया के संपर्क में ही करीब 300 लोग आये हैं। उधर प्रशासन अब बैंके, पुलिस थाने और नगर निगम के स्टाफ की सेम्पलिंग करायेगा। गौरतलब है कि नगर निगम में आयुक्त का पीए और जनसंपर्क विभाग का एक कर्मचारी पहले ही पॉजिटिव निकल चुके हैं।
शिफ्ट करने के लिए एंबुलेंस कम पड़ गई
शनिवार को आई 65 लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट में शहर के हर क्षेत्र से कोई ना कोई पेशेंट मिला जिसे अस्पताल में शिफ्ट करना जिला प्रशासन के लिए चुनौती बन गया। मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस कम पड़ गई। एक साथ सात एंबुलेंस को लगाया गया तब जाकर देर रात तक मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा सका। शनिवार को मिले नये 65 पॉजिटिव मरीजों के बाद ग्वालियर जिले में मरीजों का आंकडा 541 हो गया है।
नेताओं को नहीं है कोरोना की चिंता, लगा रहे हैं भीड़
जिले में तेजी से बढ़ रहे पॉजिटिव मरीजों के बाद भी नेताओं को इसकी चिंता नहीं है। इसका उदाहरण कांग्रेस कार्यालय में देखने जो मिला जहाँ कोरोना के मामले में सबसे खतरनाक क्षेत्रों में से एक महाराष्ट्र के पशुपालन मंत्री सुनील केदार ग्वालियर आये। उप चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए उन्हें कांग्रेस कार्यालय में बैठक करनी थी। चर्चा तो वन टू वन होनी थी जिसकी व्यवस्था पार्टी ने की थी लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ ने यहाँ सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दी। एक छोटे से कमरे में मुलाकात के लिए भीड़ पहुँच गई। यहाँ किसी को कोरोना का भय नहीं था। अधिकांश कार्यकर्ता मास्क नहीं पहने थे, एक दूसरे से सट कर बैठकर बातें कर रहे थे। कुल मिलाकर सभी ने गाइड लाइन की चिंता नहीं की। ऐसा ही हाल कैबिनेट मंत्री इमरती देवी के बंगले पर देखने को मिला। शनिवार को वे मंत्री बनने के बाद पहली बार ग्वालियर आई। बंगले पर स्वागत करने वाले सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आये। बहरहाल शहर को कमयुनिटी स्प्रेड से रोकना है तो गाइड लाइन को पालन करना जरूरी है वरना खतरा और बढ़ने में देर नही लगेगी।