इंदौर/उज्जैन।
मध्यप्रदेश (madhypradesh) के रेड जोन (red zone) वाले जिले इंदौर (indore) और उज्जैन(ujjain) में कोरोना (corona) का तांडव जारी है। आए दिन मरीजों की मौत और आंकड़ों में इजाफा हो रहा है। इंदौर में जहां शुक्रवार देर रात आई रिपोर्ट में 83 नए कोरोना पॉजिटिव मिले है, जबकि 2 की मौत हो गई।वही उज्जैन में शुक्रवार को 21 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, इनमें जिला अस्पताल के स्थानीय चिकित्सा अधिकारी (आरएमओ) भी शामिल हैं। इंदौर में जहां कोरोना मरीजों की संख्या 2933 हो गई है तो वही उज्जैन में यह आंकड़ा 525 पर पहुंच गया है।इधर प्रदेश में भी हालात बिगड़ रहे है, आंकडा 6 हजार के पार हो गया है और अबतक 272 की मौत हो चुकी है। हालांकि इंदौर के बिगड़ते हालातों को देखते हुए कलेक्टर (indore collector) ने सख्ती करने का फैसला किया है।
दरअसल , इंदौर में सरकार की लाख कोशिश और सख्ती के बावजूद हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे है।लगातार मरीजों की संख्या में बढोत्ततरी हो रही है। शहर में शुक्रवार को जारी की गई रिपोर्ट में 83नए पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं।इसके पहले बुधवार-गुरुवार को 59-78 कोरोना पॉजिटिव सामने आए थे। संक्रमण दर 9 फीसद रही जो गुरुवार के मुकाबले कम रही। इसके साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या 2933 तक पहुंच गई है। जल्द ही इंदौर में संक्रमित मरीजें की संख्या 3000 पार हो जाने की आशंका है। दो की मौत पुष्टि के साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या 111 तक पहुंच गई है। इन सब को देखते हुए कलेक्टर ने सख्ती करने का फैसला किया है। शहर में अब शाम 7 बजे बाद सख्ती से कर्फ्यू लागू होगा। सुबह 7 से शाम 7 बजे तक जिन लोगों, बाजारों व उद्योगों को छूट दी गई है, उन पासधारियों के अलावा अन्य लोगों की आवाजाही नहीं होगी। वही उज्जैन में शुक्रवार को 21 नए कोरोना पॉजिटिव में जिला अस्पताल के स्थानीय चिकित्सा अधिकारी (आरएमओ) भी शामिल हैं। यह मरीजों का आंकड़ा 525 पर पहुंच गया है और अबतक 51 की मौत हो चुकी है। इनमें से कई पहले से ही कंटेनमेंट घोषित किए गए क्षेत्रों से हैं। कुछ नए इलाकों में भी संक्रमण ने दस्तक दी है। शहर के अहमद नगर, भुवनेश्वर कॉलोनी, निजातपुरा, रामी नगर, महाश्वेता नगर में एक-एक पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
क्या ढील से बिगड़े हालात..?
माना जा रहा है कि ढील से हालात दिनों दिन बिगड़ रहे है। बुधवार को कलेक्टर ने लॉकडाउन 4.0 में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कई रियायतें देने का ऐलान किया था, जिसमें चश्मे की दुकान, औद्योगिक यूनिट, ट्रांसपोर्ट नगर/लोहा मंडी और सीए/सीएस अपने काम को गति दे पाएंगे।वही गुरुवार से लॉकडाउन के बीच छावनी और लक्ष्मीबाई नगर मंडी के अनाज व्यापारियों को किसानों से सौदा पत्रक के जरिए कृषि उपज खरीदने की अनुमति दे दी गई है, इसके साथ ही गाइडलाइन के साथ निजी क्लीनिक खोलने की भी अनुमति दी गई ।इसके अनुसार कंटेनमेंट एरिया में कोई क्लीनिक नहीं खुलेगा। साथ ही कंटेनमेंट एरिया में रहने वाला कोई डॉक्टर या कर्मचारी भी क्लीनिक पर मरीजों को देखने नहीं आ सकेगा। इधर शहर में भले ही कोरोना फ्री होने पर करीब 40 इलाकों से कंटेनमेंट हटा लिया गया है, लेकिन शहर में कई नए क्षेत्र हॉटस्पॉट क्षेत्र बनकर सामने आए हैं। लॉकडाउन 4.0 के बाद माना जा रहा था कि नए केस अब सामने नहीं आएंगे, लेकिन दो महीने बाद भी केस मिल रहे हैं। ऐसे में इंदौर को लेकर सरकार(mp sarkar) की चिंता बढ़ गई है वही प्रशासन भी सकते में है।ऐसे में सरकार और प्रशासन के सामने ये कोरोना चुनौती बन गया है, हालांकि सरकार इससे निपटने के दिनों दिन उपाय ढूंट रही है।