भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रखे कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर सुझाव दिए हैं। उन्होने पत्र में लिखा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रही महामारी की रोकथाम के लिए अगर जल्द ठोस कदम नहीं उठाए तो स्थितियां नियंत्रण से बाहर हो जाएंगी।
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दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण पर नियंत्रण एवं त्वरित उपचार के लिए प्रत्येक जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य समितियों का गठन किया जाना चाहिए। इसमें पंचायत सचिव, स्थानीय शिक्षक, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आदि को शामिल किया जा सकता है। इन समितियों के माध्यम में गांव में कोविड से बचाव एवं जागरूकता के लिए कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए। इसी के साथ उन्होने लिखा ह कि यह अच्छा होगा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग को बढ़ावा दे, लेकिन जो लोग बीमार हैं और जिन्हें कोविड के मामूली लक्षण भी है उनके टेस्ट रिपोर्ट की प्रतीक्षा किए बगैर तत्काल उपचार शुरू कर दिया जाना चाहिए। इससे बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकता है।
सीएम को लिखे पत्र में दिग्विजय सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार चाहे तो कलेक्टर के माध्यम से ग्राम पंचायतों को दवाइयों की किट उपलब्ध कराने के लिए सांसदों और विधायकों की स्वेच्छानुदान निधि का उपयोग करने की छूट दे सकती है। इससे जनप्रतिनिधियों की स्वेच्छानुदान राशि का उपयोग नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में महामारी की रोकथाम और उपचार के लिए किया जा सकता है। उन्होने लिखा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में परिवार के अनेक सदस्य एक साथ बीमार पड़ रहे हैं क्योंकि अधिकांश घरों में रोगी को आइसोलेट करने के लिए कक्ष या संसाधन उपलब्ध नहीं है। ऐसी स्थिति में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस स्थित से निपटने के लिए गांव के स्कूल या पंचायत भवन को कोविड केयर सेंटर के रूप में तैयार किया जाना चाहिए जहां रोगियों को स्वस्थ लोगों से अलग रखा जाना चाहिए।