Digvijaya Singh wrote a letter to the Chief Election Commissioner of India : पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा है। इस पत्र में भिंड की लहार विधानसभा क्षेंत्र में मतदान के दौरान अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है। पत्र में उन्होने भिंड कलेक्टर पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई ट्रांसफर करने की मांग की है।
दिग्विजय सिंह द्वारा लिखा गया पत्र
दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा है कि ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से संबंधित मतदान एजेंटों को मतदान केंद्रों के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई और कुछ बूथों पर जहां मतदान एजेंट बूथ के अंदर थे, उन्हें बूथ छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। यह कार्रवाई बूथों पर तैनात पीठासीन पदाधिकारियों व सुरक्षा बलों के सदस्यों ने की। बूथों पर लगे कैमरों की वीडियो फुटेज में भी यही देखा जा सकता है। यह रिटर्निंग अधिकारियों की हैंडबुक का घोर उल्लंघन है। जिन सरकारी कर्मचारियों को चुनाव प्रक्रियाओं में तैनात किया गया था, उन्हें डाक मतपत्र जारी किए जाने थे। यह आपके ध्यान में लाया जाना चाहिए कि 500 से अधिक ऐसे सरकारी सेवक जिन्होंने फॉर्म 12 के तहत आवेदन किया था, उन्हें डाक मतपत्र जारी नहीं किए गए हैं। इस संबंध में 11.11.2023 को शिकायत की गई थी लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके परिणामस्वरूप 500 से अधिक सरकारी कर्मचारी वोट डालने से वंचित रह गए। इसके बाद 17.11.2023 यानी मतदान के दिन बहुत सारे सरकारी कर्मचारियों द्वारा शिकायतें की गईं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उक्त शिकायत की एक प्रति इसके साथ संलग्न है। आरओ का यह कृत्य चुनाव संचालन नियम 1961 के नियम 20 और रिटर्निंग अधिकारियों की हैंडबुक के पैरा 3.9.3 का स्पष्ट उल्लंघन है।’
‘उसी निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवार और उसके चुनाव एजेंट को प्राप्त पोस्टल बैलेट के ठिकाने और उनके भंडारण के स्थान के बारे में सूचित नहीं किया गया था, हालांकि बाद में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (एमपी) के हस्तक्षेप के बाद 19 तारीख को पता चल सका कि डाक मतपत्रों को IIT लहार में रखा गया है। दिनांक 20.11.2023 की सुबह प्रत्याशी के इलेक्शन एजेंट श्री नरेश सिंह चैहान, एआरओ श्री नवनीत शर्मा एवं रोन तहसीलदार श्री माहोर के साथ वहां पहुंचे तो पाया कि डाक मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ की गई है और जिन बक्सों में उन्हें रखा गया था, उनमें से कुछ की सील टूट गई थी और मतपत्रों को बंडल बनाकर एक अलग बक्से में रखा जा रहा था। चुनाव एजेंट की आपत्ति पर एआरओ ने उन्हें बताया कि ऐसा डीईओ, जो कलेक्टर भिंड हैं, के निर्देश पर ऐसा किया गया है। चुनाव एजेंट ने इसके संबंध में शिकायत की है और इसकी एक प्रति इसके साथ संलग्न है। यह रिटर्निंग ऑफिसर की हैंडबुक के पैरा -11.12.7 का घोर उल्लंघन है। विनम्र प्रार्थना है कि ऐसे गंभीर उल्लंघनों के लिए कलेक्टर भिंड के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और स्थानांतरित किया जाए। साथ ही ये निवेदन भी है कि लहार निर्वाचन क्षेत्र के स्ट्रांग रूम में और यहां होने वाली मतगणना के लिए भी अतिरिक्त व्यवस्था की जाए।’