भोपाल| ईं-टेंडरिंग घोटाले को लेकर प्रदेश की राजनीति में घमासान मच गया है| अब तक कई अहम खुलासे हो चुके हैं| बीजेपी शासनकाल में हुए इस ईं-टेंडर घोटाले पर एफआईआर के बाद छापेमारी और पूछताछ का सिलसिला शुरू हो गया है| जिसको भाजपा बदले कार्रवाई बताते हुए किसी भी घोटाले से इंकार रही है| वहीं कांग्रेस नेताओं ने इसे प्रदेश ही नहीं देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया है| सीबीआई जांच की मांग की जा रही है| अब कांग्रेस के मंत्री गोविंद सिंह ने बड़ा खुलासा किया है, उनका दावा है कि ई- टेंडरिंग घोटाला एक लाख करोड रुपए का है|
दरअसल, ई-टेंडरिंग घोटाले में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो यानी ईओडब्लयू ने आठ कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, इसके बाद जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में घोटाले की रकम के बारे में 3000 करोड़ का अनुमान बताया गया | अब मंत्री गोविन्द सिंह ने दावा किया है कि ईं-टेंडरिंग घोटाला एक लाख करोड़ का है| उन्होंने आरोप लगाया है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसमें सीधे तौर पर लिप्त हैं, मंत्री का आरोप है कि शिवराज ने विभाग के पर क़तर कर विभिन्न निगम बनाये|
इससे पहले मंत्री गोविन्द सिंह ने आरोप लगाया था कि प्रदेश में सभी घोटालों के सरगना शिवराज ही हैं| लोकसभा चुनाव के बाद समय मिलते ही बीजेपी सरकार में हुए तमाम घोटालों का पर्दाफाश करेंगे| उन्होंने शुक्रवार को मीडिया से चर्चा में कहा था कि अब बीजेपी का कच्चा चिट्ठा खुल रहा है| चुनाव के बाद फुर्सत में घोटालों को उजागर करेंगे| बीजेपी के मंत्री जो उसमें शामिल होंगे वो जेल की हवा खाएंगे| घोटालेबाजों की गैंग के सरगना पूर्व सीएम शिवराज हैं|