ग्वालियर।
राज्य की सरकार को उथल पुथल कर ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी(Bjp) में शामिल हो गए। जिसके बाद से कमलनाथ(kamalnath) सरकार उनके किले की घेराबंदी करने में जुट गई है। खबर के मुताबिक ज्योतिराज सिंधिया(jyotiraditya Scindia) के खिलाफ ईओडब्ल्यू में चल रहे मामले वापस से खोले जा सकते हैं। जिसके लिए गुरुवार को 10 हजार करोड़ के घोटाले मामले में ईओडब्ल्यू(eow) ने फरियादी सुरेंद्र श्रीवास्तव को बुलावा भेजा।
गौरतलब हो कि एक मामले में सिंधिया पर आरोप है कि उन्होंने 10 हजार करोड़ की सरकारी जमीन को अपने कब्जे में लेकर उसे बेच दिया था।जिसके बाद 2014 में उनके खिलाफ EOW में मामला दर्ज करवाया गया था। वहीं खबरों के मुताबिक अब इस मामले में शिकायतकर्ता सुरेंद्र श्रीवास्तव ने इस मामले को दोबारा खोलने के लिए आवेदन दिया है। आवेदन के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि सिंधिया के खिलाफ इस मामले में जल्द ही कार्यवाही होगी। इससे पहले जमीन घोटाले मामले में प्रभात झा भी सिंधिया के खिलाफ घेराबंदी कर चुके हैं।
दरअसल इससे पहले 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी वीके जौहरी प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बनाए गए। जौहरी दिग्विजय सिंह के ओएसडी भी रह चुके हैं। साथ ही साथ बुधवार को ग्वालियर, गुना और विदिशा के कलेक्टर के तबादले के बाद यह साफ है कि सिंधिया सरकार के निशाने पर हैं।