भोपाल में मिला अमूल ब्रांड का नकली घी! डॉक्टर ने की शिकायत, कहा ‘इतनी बड़ी कंपनी घी के नाम पर बेच रही है केमिकल युक्त पदार्थ’

नकली घी की शिकायत करने वाले शख्स एक डॉक्टर हैं जिन्होंने दीपावली पर दीये जलाने के लिए घी खरीदा था। लेकिन अगली सुबह उन्होंने देखा कि सारे दीयो पर सफेद रंग की परत चढ़ी हुई है, जो घी नहीं है। शिकायतकर्ता का कहना है कि इतने बड़े ब्रांड के घी में इस तरह की मिलावट की जा रही है और ये लोगों के स्वास्थ्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ है। उपभोक्ता अमूल जैसी कंपनी पर शुद्धता को लेकर भरोसा करता है, लेकिन अगर बड़ी कंपनियां भी मिलावट करेगी तो फिर आम आदमी किसपर विश्वास करेगा।

Fake Amul Ghee

Adulterated Amul Ghee Found in Bhopal : आप जो घी खा रहे हैं..क्या वो शुद्ध है। आज के समय में खाद्य पदार्थों की शुद्धता हम सभी के लिए एक बड़ा सवाल है। इसीलिए ज़्यादातर लोग बड़े ब्रांड्स और कंपनियों पर भरोसा करते हैं, ताकि मिलावट का खतरा कम रहे। लेकिन अगर नामी-बड़े ब्रांड्स की वस्तुओं में भी मिलावट मिलने लगे तो उपभोक्ता आख़िर कहां जाएगा। ऐसा ही एक मामला सामने आया है राजधानी भोपाल से, जहां एक व्यक्ति ने अमूल घी में मिलावट की शिकायत की है।

दिवाली का त्योहार चल रहा है और त्योहारों के सीज़न में घी की खपत बढ़ जाती है। हमारे यहां तरह तरह के स्वादिष्ट पकवान और पारंपरिक मिठाइयां बनाने में घी का भरपूर उपयोग होता है। वहीं, भारतीय परंपरा में घी के दीये जलाने की भी परंपरा है। इस तरह दीपावली के दौरान बड़े पैमाने पर घी का उपयोग होता है। इसीलिए बाज़ार में बड़े ब्राड्ंस के साथ लोकल ब्रांड के घी भी मिलने लगते हैं।इनकी शुद्धता को लेकर भी कई दावे भी किए जाते हैं। लेकिन इन दावों में सच्चाई कितनी होती है।

भोपाल में मिला नकली Amul ghee

भोपाल के बिट्टन मार्केट इलाके में रहते हैं डॉक्टर शैलेंद्र सिंह। ये प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं और इनका ख़ुद का क्लिनिक है। दीपावली के दिन इन्होंने एक दुकान से अमूल ब्रांड का घी खरीदा। ये घी उन्होंने दीपक जलाने के लिए खरीदा था। दीपक जलाए भी..लेकिन अगली सुबह इन्होंने देखा कि उन दीयों के ऊपर केमिकल की एक सफेद परत जम गई है। इसके बाद उन्हें शंका हुई कि ये नकली घी है। असली घी पूरी तरह जल जाता है। इसके बाद वो उस दुकान पर शिकायत करने पहुंचे जहां से घी खरीदा था।

डॉक्टर ने की शिकायत

डॉक्टर शैलेंद्र का कहना है कि अमूल जैसे बड़े ब्रांड के नाम पर इतना बड़ा फ़्रॉड किया जा रहा है। उनका कहना है कि दीये जलाने पर ये स्थिति है, अगर कोई इस घी को खाने के लिए उपयोग करेगा तो उसे कितना नुक़सान होगा। हालांकि, मार्केट में बड़े ब्रांड्स की नकल वाले उत्पाद भी बड़े पैमाने पर बिक रह हैं। लेकिन डॉक्टर शैलेंद्र श्रीवास्तव ने ख़ासतौर पर अमूल ब्रांड को देखकर घी खरीदा था, क्योंकि अधिकांश लोगों की तरह उनका भी मानना है कि कम से कम बड़े और मशहूर ब्रांड्स में मिलावट या नकली सामान होने की गुंजाइश कम होती है। लेकिन उनका कहना है कि ये घी नकली है और इसमें केमिकल है। घी कभी चिपकता नहीं है या जलाने के दौरान उड़ जाता है लेकिन उन्होंने अमूल ब्रांड का जो घी खरीदा है वो पूरी तरह नकली है और उसमें वैक्स या किसी अन्य वस्तु की मिलावट हो सकती है। उनका कहना है कि लाखों लोगों के स्वास्थ्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है और इतने बड़े ब्रांड्स भी नकली माल बेच रहे है। इस मामले में दुकानदार का कहना है कि अमूल कंपनी के व्यक्ति से उन्होंने घी और अन्य सामान खरीदा है और वो अब उनसे इसकी शिकायत करेंगे।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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