रायसेन। मध्य प्रदेश किसानोंं पर कर्ज की मार से आत्महत्या का दौर जारी है। सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने प्रदेश के किसानोंं का कर्ज माफ करने का वादा किया था लेकिन अभी तक पूरी तरह से यह कर्ज माफी की योजना लागू नहीं हो सकी है। यही कारण है कि किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहा है। एक बार फिर प्रदेश के रायसेन जिले में किसान आत्महत्या का मामला सामने आया हैय़ जिले की सिलवानी साईखेड़ा ग्राम में किसान ने कर्जदारों से परेशान होकर आत्महत्या करली। पुलिस ने उसके कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसकी जांच की जा रही है। पुलिस की प्रारंभिक जांच के आत्महत्या किए जाने के स्पष्ट कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। किसान के पास सांईखेड़ा में ही चार एकड़ कृषि भूमि है, जिस पर वह खेती करता था। पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
जानकारी के मुताबिक सिलवाली साँखेड़ा निवासी तुलसीराम साहू (60) ने कर्ज़दारों से परेशान होकर अपने ही घर में फांसी लगा ली। तुलसीराम साहू 4 एकड़ जमीन का किसान था। सिलवानी पुलिस ने मौके पर पहुंचक कर शव पीएम के लिए भेज दिया है। बता दें इससे पहले भी किसान आत्महत्या का मामला सामने आया था। सागर जिले की बीना तहसील में किसान ने भारी कर्ज के कारण आत्महत्या की थी।
किसानों की आत्महत्या पर भाजपा प्रवक्त रजनीश अग्रवाल ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि, ‘किसान आत्महत्या कर रहा है और कृषि मंत्री सर्टिफिकेट की आरती का आनंद ले रहे हैं। यह घोर अमानवीय गैर संवेदनशील सरकार है। इस किसान विरोधी सरकार के विरुद्ध 4 नंवबर को भाजपा आंदोलन करेगी।’