जबलपुर।संदीप कुमार।
मध्य प्रदेश (madhypradesh) की 24 विधानसभा सीटों (24 assembly seats) में उपचुनाव (By election) होना है और इन उपचुनाव के लिए मध्य प्रदेश की दोनों ही कद्दावर पार्टी भाजपा और कांग्रेस तैयारियों में जुट गई है।चूँकि कांग्रेस का इस बार उन्हीं नेताओं से सामना है जो कि पहले कभी कांग्रेस में रहा करते थे और अब भाजपा में चले गए हैं ऐसे में कांग्रेस को अपने ही खेमा में रहे नेताओं से लड़ाई लड़ने की एक बड़ी चुनौती रहेगी।
मध्य प्रदेश के पूर्व सामाजिक एवं निशक्तजन कल्याण मंत्री लखन घनघोरिया (Former Madhya Pradesh Social and Disabled Welfare Minister Lakhan Ghanghoria) उपचुनाव में 24 विधानसभा सीटों में से 20 सीटों को जीतने का दावा जरूर कर रहे हैं पर असल में वर्तमान में जो स्थिति बनी हुई है वह कुछ और ही बयां कर रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Former Union Minister Jyotiraditya Scindia) का कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाना और उनके पीछे पीछे कांग्रेस के कई कद्दावर नेता जो कि कमलनाथ सरकार में मंत्री भी रहे हैं उनका पार्टी छोड़ना यह कमलनाथ के खेमे पर गलत असर डाल सकता है। जिन 20 सीटों को जीतने का पूर्व मंत्री श्री घनघोरिया दावा कर रहे हैं उसे जीतने के लिए कांग्रेस को एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा।
पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने शिवराज सिंह चौहान के उस बयान पर भी तंज कसा है जिसमें कि उन्होंने कहा था कि किस तरह से कांग्रेस की सरकार गिराई गई है।पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा ने जनमत का अनादर किया है और चुनी हुई सरकार को गिराने को गिराने का जो काम किया है वह एक अपराध है। वही उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए नेताओ को वो बात भी याद दिलाई है जिसकी दम पर उन्होंने चुनाव जीता था।पूर्व मंत्री ने कहा कि वो सभी नेता जो कि भाजपा में गए है वो कांग्रेस के चुनाव चिन्ह की दम पर जीते थे न कि अपनी दम पर।