भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकार बदले दो महीने होने को हैं, लेकिन पूर्व मंत्रियों ने सरकारी बंगले अब तक खाली नहीं किए हैं। यही वजह है कि कई वर्तमान मंत्रियों को अबतक बंगले आवंटित नहीं हो सके हैं। कांग्रेस सरकार ने पूर्व मंत्रियों को बंगला खाली करने के लिए 15 दिन का समय दिया था। इसके लिए सरकार की ओर से एक नोटिस भी जारी किया गया था। लेकिन फिर भी पूर्व मंत्रियों ने बंगले खाली नहीं किए हैं। सूत्रों के मुताबिक कुछ पूर्व मंत्री बंगला इसलिए नहीं खाली करना चाहते। वह लोकसभा चुनाव लड़ने की फिराक में है और उन्हें अपनी जीत का विश्वास है। जिसके बाद उन्हें वहीं बंगला फिरसे रहने के लिए मिल जाएगा।
सरकार द्वारा जारी नोटिस की अंतिम तिथि 15 फरवरी थी जो खत्म हो गई । सूत्रों के मुताबिक बंगला खाली नहीं करने वाले पूर्व मंत्रियों में सुरेंद्र पटवा, पारसचंद्र जैन, रामपाल सिंह और पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, नीना वर्मा अब तक बंगले खाली नई किए हैं। ये बंगले अब वर्तमान सरकार में मंत्रियों को आवंटित कर दिए गए हैं। लेकिन इनपर कब्जा अब तक पूर्व मंत्रियों का है। बँगला खाली नहीं करने की स्तिथि में अब सरकार इन मंत्रियों से बंगलों का दस गुना किराया वसूल करेगी।
ये होगा किराया
16 फरवरी से बंगला खाली नहीं करने वाले पूर्व मंत्रियों पर दस गुना कियारा लगाया जाएगा। सरकार इनसे दस गुना किराया वसूल करेगी। बी टाइप के भवन के लिए अब 30 हजार रुपए, सी टाइप भवन के लिए 24 हजार रुपए और डी टाइप बंगले के लिए 18 हजार रुपए किराया देना होगा। .
इनके बंगले भी नहीं हुए खाली
पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह, नीना वर्मा ने भी बंगले खाली नहीं किए हैं। पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने वैसे तो बंगले से सामान निकाल लिया है, लेकिन अब तक लोक निर्माण विभाग को पजेशन नहीं दिया है।