विदिशा| विधानसभा चुनाव से पहले प्रत्याशी चयन के फॉर्मूले को लेकर विवादों में रहे कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया का एक बार फिर विरोध शुरू हो गया है| कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक ने भरी सभा में लोकसभा प्रभारी की मौजूदगी में बावरिया की हूटिंग कर दी और जिले की चार विधानसभा में हुई हार का जिम्मेदार ठहराया साथ ही लोकसभा चुनाव से पहले वापस गुजरात चले जाने की नसीहत दे डाली|
दरअसल, विदिशा जिले के एकमात्र कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री और मध्य प्रदेश के प्रभारी दीपक बाबरिया का कड़ा विरोध किया| लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर बुलाई गई बैठक में लोकसभा प्रभारी प्रभु सिंह ठाकुर भी मौजूद थे| इस दौरान कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने कहा कि दीपक बाबरिया की वजह से जिले की 4 विधानसभा में कांग्रेस की हार हुई| उन्होंने चुनाव से पहले प्रत्याशी चयन का अजीबोगरीब फार्मूला लाने की बात कही, वहीं चुनाव के समय जिला अध्यक्ष बदले| इसका चुनाव में नुक्सान हुआ| विधायक ने कहा कि मेहरबानी करके दीपक बाबरिया वापस गुजरात चले जाए| लोकसभा चुनाव में दीपक बाबरिया फार्मूला नहीं चलेगा|
बावरिया पर बरसे विधायक
बैठक में विधायक ने कहा प्रभारी जी से निवेदन है कि आपने कहा कि बावरिया जी ने भेजा है, में इस बैठक में एक प्रस्ताव पास करता हु कि बावरियाजी का फार्मूला नहीं चलेगा इस न चलाएं, पिछली बार भी उन्होंने जो किया, रोजाना यहां किसी को भेजना और ग्रुप बाजी कराना, यह बात में विधायक दल की बैठक में भी कह चुका है, प्रदेश अध्यक्ष और सिंधियाजी के सामने यह कह चूका हूँ| तब मेने बावरिया जी से कहा था कि आप अपनी कार्यशैली सुधार लें| मैं आप पर आरोप लगाता हूँ, कि आपने विदिशा जिले की चार सीटों को हरा दिया| मेने यह भी कहा कि आपको बीच चुनाव में जिला अध्यक्ष नहीं बदलना चाहिए था| जिसकी बहु चुनाव लड़ रही थी उसको आपने हटा दिया इन दोनों बात का फर्क पड़ा और खामिजा भुगतना पड़ा| इस बात का वह जवाब मुझे नहीं दे पाए| लोकसभा प्रभारी की ओर इशारा करते हुए भार्गव ने कहा कि बावरियाजी उलटी सीधी बयानबाजी भी बंद करें यह बात आप उन तक पहुंचा देना|
बता दें कि विदिशा जिले में कुल पांच विधानसभा सीटें हैं। इनमे विदिशा, बासोदा, कुरवाई, सिरोंज और शमशाबाद हैं। पाँचों सीटों में से सिर्फ एक ही सीट कांग्रेस के खाते में आई है| विदिशा सीट से शशांक श्रीकृष्ण भार्गव ने जीत हासिल की है, इन्होने भारतीय जनता पार्टी के मुकेश टंडन को 15454 वोटों से हराया|