रायसेन/मंडीदीप| मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की औधोगिक नगरी मंडीदीप में दिल्ली के बुराड़ी जैसी घटना सामने आई है| जहाँ एक ही घर से लाशें बरामद हुई है| जिनमे एक 12 दिन की नवजात, एक 11 साल के मासूम सहित दो महिलाएं शामिल हैं| जबकि एक व्यक्ति की हालत गंभीर है| जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है| मामले की सूचना पर एडिशनल एसपी अवधेश प्रताप सिंह मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे हैं| मामले की जांच की जा रही|
जानकारी के मुताबिक, मामला मंगलवार रात मंडीदीप थाना क्षेत्र के हिमांशु मेगा सिटी का है| जहां एक ही परिवार के चार लोगों की रहस्यमयी मौत का मामला सामने आया है| सन्नू भूरिया निवासी छत्तीसगढ़ के घर का दरवाजा जब पड़ोसियों द्वारा खटखटाने पर नहीं खोला गया तो डायल 100 को सूचना दी गई| मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दरवाजा तोड़ा| जहां सभी कमरे में विस्तार पर सोते हुए दिखे| कमरे में कोयले की सिगड़ी भी जल रही थी| घर में चार लोग मृत अवस्था में मिले हैं, जबकि घर का मुखिया सन्नू भूरिया गंभीर था जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है|
दो साल पहले की थी लव मैरिज
कमरे में एक पलंग पर 20 साल की पूर्णिमा और उसकी 12 दिन की बेटी, जबकि दूसरे पलंग पर पूर्णिमा के 11 साल के भाई आकाश का शव पड़ा था। जमीन पर पूर्णिमा की मां दीपलता (45) का शव था। वहीं घर का मालिक 25 साल का छन्नू बेसुध मिला। पुलिस ने उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया। सन्नू भूरिया सोनिक कंपनी में ऑपरेटर है| पत्नी की डिलेवरी के कारण सास और साला डेढ़ माह से उसके घर आये हुए थे| दस जनवरी को ही पूर्णिमा की डिलेवरी हुई थी| उसने लड़की को जन्म दिया था जिसकी मौत हो गई है| इस रहस्यमयी मौत की घटना से क्षेत्र में सनसनी फेल गई | पुलिस मामले की जांच कर रही है| प्रारंभिक तौर पर दम घुटने से मौत होना बताया जा रहा है| हालाँकि पीएम रिपोर्ट और पुलिस जांच के बाद ही इस घटना से पर्दा उठेगा | सन्नू ने 2 साल पहले पूर्णिमा से लव मैरिज की थी| सन्नू छत्तीसगढ़ का निवासी और पत्नी पूर्णिमा महाराष्ट्र की रहने वाली थी| सन्नू मंडीदीप की एक निजी फैक्ट्री में ऑपरेटर का काम करता था| बेटी की डिलीवरी के बाद देख रेख के लिए मां और भाई आकाश आया हुआ था| मृतकों के मुंह से झाग निकल रहा था |
कमरे में था धुंआ
बताया जाता है कि जिस मकान में चार लाशें मिली हैं, वो दो दिन से बंद था। जब आसपास के लोगों को शक हुआ तो पुलिस को बुलाया गया, पुलिस ने देखा कि घर के दरवाजे भीतर से बंद हैं। खटखटाने पर कोई बाहर नहीं आया तो दरवाजा तोड़ा गया। भीतर जाते ही पुलिस बल भी हैरान रह गया। वहां चार लाशें पड़ी हुई थीं। जबकि एक युवक की सांसें चल रही थी। छन्नू के पड़ोसी विजय ने बताया कि मृतक परिवार से सोमवार दिन में मुलाकात हुई थी। मंगलवार को छन्नू के घर का गेट नहीं खुला तो कुछ शंका हुई। इसकी सूचना रात करीब 9:00 बजे पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस को गेट तोड़ना पड़ा। कमरे में धुआं भरा था। कुछ लोगों का कहना है कि 12 दिन की बच्चों को ठंड नहीं लग जाए, इसलिए परिवार के सभी सदस्य कमरे में सिगड़ी जलाकर सो गए थे, संभवतः आक्सीजन की कमी और दम घुटने से चार सदस्यों की मौत हो गई। यह हादसा है, आत्महत्या है या हत्या पुलिस इसकी जांच कर रही है|