Mukhyamantri Seekho Kamao Yojana : मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए खुशखबरी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान 4 जुलाई मंगलवार को युवाओं को बड़ी सौगात देने जा रहे है। सीएम शिवराज मंगलवार को मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के तहत पात्र युवाओं का पंजीयन का शुभारंभ करेंगे। इस आनलाइन प्रक्रिया में युवाओं को कौशल सीखने के साथ ही आठ से दस हजार रुपये मासिक मानदेय (स्टाइपेंड) दिया जाएगा। इसमें से 75 प्रतिशत राशि राज्य सरकार देगी और 25 प्रतिशत राशि कंपनी द्वारा दी जाएगी। अब तक 10,368 प्रतिष्ठान (कंपनियां) पंजीकृत हो गई है और इन कंपनियों में 34 हजार से अधिक रिक्त पदों पर युवाओं की नियुक्ति की जाएगी।
युवाओं को मिलेगा इस तरह लाभ
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना से प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को उद्योग उन्मुख नई तकनीक और प्रक्रियाओं में दक्षता लाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे उन्हें सहजता से रोजगार प्राप्त हो सकेगा। यह योजना युवाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाएगी। यह कार्यक्रम 4 जुलाई को दोहपर 12 बजे भोपाल के रवीन्द्र भवन में होगा। इसमें एमएमएसकेवाय (MMSKY) पोर्टल का शुभारंभ होगा और पंजीयन की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। मुख्यमंत्री, कॉलेज के छात्र-छात्राओं से संवाद भी करेंगे।
ये है जरूरी दस्तावेज
सीएम चौहान ने कहा कि योजना का शुभारंभ कार्यक्रम बेहतर और व्यवस्थित हो। कार्यक्रम में रोजगार-स्वरोजगार की जानकारी दी जाए। पंजीयन फार्म भरने का तरीका समझाया जाए। पंजीयन के बाद प्रोफाइल पूर्ण करने की प्रक्रिया आदि के बारे में बताया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के आवेदको को समग्र आईडी, शैक्षणिक योग्यता, डिग्री आदि की आवश्यकता होगी। कार्यक्रम में इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक, आईटीआई और उच्च शिक्षा महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के साथ कक्षा 11वीं-12वीं के विद्यार्थियों को भी जोड़ा जाए। कार्यक्रम का प्रत्येक जिला मुख्यालय पर प्रसारण हो। योजना और कार्यक्रम का विभिन्न प्लेटफार्म से बेहतर प्रचार-प्रसार किया जाए।
ऐसे चलेगी पूरी प्रक्रिया
इस योजना के अंतर्गत युवाओं को प्रशिक्षण देने वाले प्रतिष्ठानों का पंजीयन सात जून से प्रारंभ हो गया है। काम सीखने के इच्छुक युवाओं का पंजीयन चार जुलाई से आरंभ होगा। 15 जुलाई से युवाओं का आवेदन आरंभ होगा तथा 31 जुलाई से युवा, प्रतिष्ठान एवं मध्य प्रदेश के बीच अनुबंध हस्ताक्षर (आनलाइन) की कार्रवाई होगी। एक अगस्त से विभिन्न प्रतिष्ठानों में युवाओं का प्रशिक्षण प्रारंभ होगा। एक माह प्रशिक्षण के बाद अर्थात एक सितंबर से युवाओं को मानदेय राशि (स्टाइपेंड) का वितरण राज्य शासन द्वारा किया जाएगा। यह सभी प्रक्रिया पोर्टल के माध्यम से आनलाइन की जाएगी।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना पर एक नजर
- मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना” में युवाओं को उद्योगों के साथ सर्विस सेक्टर में कौशल प्रशिक्षण दिलाते हुए स्टाईपेंड की व्यवस्था भी की गई है। प्रदेश के एक लाख युवाओं को योजना के 46 सेक्टर में 800 से अधिक पाठ्यक्रमों में दक्ष करने का प्रारंभिक लक्ष्य रखा गया है।
- योजना में मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी 18 से 29 वर्ष के 12वीं या उससे कम कक्षा में उत्तीर्ण युवा को 8 हजार रूपये, आईटीआई उत्तीर्ण को 8 हजार 500 रूपये, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9 हजार रूपये और स्नातक या उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले युवाओं को 10 हजार रूपये प्रतिमाह स्टाईपेंड दिया जायेगा।
- राज्य शासन की ओर से निर्धारित स्टाईपेंड की 75 प्रतिशत राशि प्रशिक्षणार्थियों को डीबीटी से भुगतान की जायेगी। संबंधित प्रतिष्ठानों द्वारा निर्धारित न्यूनतम स्टाईपेंड की 25 प्रतिशत राशि प्रशिक्षणार्थियों के बैंक खाते में जमा करानी होगी। प्रतिष्ठान अपनी ओर से निर्धारित राशि से अधिक स्टाईपेंड देने के लिये स्वतंत्र होंगे। स्टाईपेंड एक वर्ष तक दिया जायेगा।
- योजना में युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिये चिन्हित कार्य-क्षेत्र में विनिर्माण क्षेत्र, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, सिविल, प्रबंधन, मार्केटिंग, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म, ट्रायबल, अस्पताल, रेलवे, आईटी सेक्टर, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, बैंकिंग, बीमा, लेखा, चार्टर्ड अकाउंटेंट, मीडिया, कला, कानूनी और विधि सेवाएँ, शिक्षा एवं प्रशिक्षण सहित 800 से अधिक सेवा क्षेत्र में कार्यरत प्रतिष्ठान भागीदारी करेंगे।