गुना में दलितों के साथ पुलिस द्वारा की गई मारपीट की घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त रवैया अपनाया है। मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से कलेक्टर और एसपी को हटाने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद कलेक्टर एस विश्वनाथन और एसपी तरुण नायक को हटा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम ने साफ किया कि गुना मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं और जो भी इस घटना में दोषी है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गुना में पुलिस की बर्बरता के बाद से ही मामले ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।कांग्रेस लगातार इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि बीजेपी के आने के बाद प्रदेश में जंगलराज आ गया है। वहीं दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश में दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं और सरकार तमाशा देख रही है।
अब इस मामले में अब सीएम ने सख्त फैसला लेते हुए कलेक्टर एस विश्वनाथन और एसपी तरुण नायक को हटा दिया है। इससे पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी ट्वीट के जरिये घटना पर दुख जताते हुए कहा कि इसकी त्वरित जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी संवेदना जाहिर करते हुए ट्वीट किया कि उन्होने इस बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।