ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
शिवराज मंत्रिमंडल के गठन और ज्योतिरादित्य सिंधिया के टाइगर जिंदा है वाले बयान के बाद नेताओं के बीच शुरू हुआ बयान युद्ध, गुलाम, चूहा, शिकार, बब्बर शेर तक पहुँच गया है। इस मामले में शिवराज की कैबिनेट मंत्री ने पलटवार किया है। उन्होंने दो पूर्व मंत्रियों पर निशाना साधते हुए करारा उन्ही की भाषा में जवाब दिया है।
शिवराज कैबिनेट में शामिल हीन कर बाद पहली बार ग्वालियर पहुंची कैबिनेट मंत्री इमरती देवी ने मंत्री बनाये जाने पर भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार जताया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं और मेरे क्षेत्र डबरा की जनता दोनो खुश हैं। मैंने पहले भी कमलनाथ सरकार में जिम्मेदारी से काम किया और अब जो जिम्मेदारी मुझे मिलेगी वो निभाऊँगी। पूर्व मंत्री लाखन सिंह द्वारा उन्हें बिकाऊ और सिंधिया का गुलाम कहने के सवाल पर इमरती देवी ने पलटवार करते हुए कहा “जिसके घर शीशे के होते हैं वो दूसरों के घर पर पत्थर नहीं उछालते”, लाखन सिंह खुद जानते होंगे बिकना क्या होता है। क्योंकि वे जब बीएसपी छोड़कर कांग्रेस में आये थे उन्हें पता होगा कितने में बिके थे। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मैं तो अपने नेता के साथ इस्तीफा देकर आई हूँ जबकि लाखन सिंह तो अकेले आये थे नीलाम होकर दिग्विजय सिंह के साथ । उन्हें ज्यादा अनुभव होगा ऐसी बातों का। ज्योतिरादित्य सिंधिया के टाइगर जिंदा है के बयान पर मुस्कुराते हुए और लगभग शर्माते हुए कैबिनेट मंत्री इमरती देवी ने कहा कि महाराज हैं टाइगर । पूर्व मंत्री गोविंद सिंह द्वारा सिंधिया को चूहा कहे जाने पर सिंधिया की कट्टर समर्थक कैबिनेट मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि गोविंद सिंह को जल्दी पता चल जायेगा। महाराज चूहा होते तो मंच पर नहीं दहाड़ते, चूहा तो कांग्रेसी हैं जो अपने बिल में घुस गए हैं।