Menstrual blood was traded for Aghori Puja : माहवारी के दौरान आज भी स्त्रियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शारीरिक कष्ट के अलावा सामाजिक मान्यताएं भी उसपर दोहरा बोझ लाद देती है। पीरियड्स के दौरान छूआछूत की प्रथा अब भी कई स्थानों पर कायम है और मासिक धर्म के दौरान शरीर से जो रक्त स्त्राव होता है, उसे अशुद्ध और अपवित्र मानने की रूढ़ि अब भी खत्म नहीं हुई। विज्ञान भले ही इस बारे में कुछ भी कहे..लेकिन मान्यताओं अक्सर उसपर हावी रहती है। ऐसे में अगर कोई ये कहे कि माहवारी के दौरान निकलने वाले रक्त की बिक्री हुई और इसके लिए बाकायदा पुलिस केस दर्ज किया गया..तो आप क्या कहेंगे ?
बहू ने ससुरालवालों पर लगाया आरोप
ये अजीबोगरीब और स्तब्ध करने वाला मामला सामने आया है महाराष्ट्र के पुणे से। यहां 28 साल की एक महिला ने शिकायत की है कि उससे ससुरालवालों ने ‘अघोरी पूजा’ के लिए उसके मासिक धर्म के खून का सौदा किया। जानकारी के मुताबिक महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि महाराष्ट्र के बीड जिले में उसका ससुराल है और 2019 से ही उसे वहां शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। 2022 के अगस्त महीने में उसके ससुराल वालों ने मासिक धर्म के दौरान शरीर से निकलने वाले रक्त का 50 हजार में सौदा किया। उसका दावा है कि ‘अघोरी पूजा’ के लिए आरोपियों ने जबरन उसके मासिक धर्म का खून लिया।