भोपाल। चुनाव लोकसभा का हो या फिर विधानसभा का इसकी व्यवस्थाओं पर होने वाला खर्च करोड़ों में होता है। प्रशासन को इसके लिए करोड़ों की राशि का इंतजाम करना और उसकी सही तरह से खर्च करने की बड़ी जिम्मेदारी होती है। चुनाव ऐसा पर्व है जिस पर करोड़ खोर्च करने के बाद कोई रिफंड या फिर मुनाफे का रास्ता नहीं होता। लेकिन एक तरीका ऐसा है जिससे सरकार को चुनाव के सहारे करोड़ो की इनकम भी हो जाती है। वह है उम्मीदवारों की जमानत जब्ती से। हर पांच साल में होने वाले चुनाव से सरकार को करीब 80 फीसदी उम्मीदवारों की जमानत जब्ती से करोड़ों की आय होती है। इनमें ज्यादातर हारने वाले निर्दलीय प्रत्याशी होते हैं। लेकिन कभी कभी नतीजे चौंकाने वाले भी होते हैं। राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की भी जमानत जब्त हो जाती है। लेकिन 99 फीसदी मामलों में निर्दलीय उम्मीदवार अपनी जमानत बचाने में नाकाम ही रहे हैं।
बीते तीन विधानसभा चुनाव में सरकार ने छह करोड़ कमाए