भोपाल| मध्य प्रदेश में बहुमत के आंकड़े से दो सीटें दूर रही कांग्रेस निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने जा रही है| मतगणना वाली रात को ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बहुमत का दावा करते हुए सरकार बनाने के लिए राजयपाल को चिट्ठी लिख दी थी| हर स्तिथि से निपटने के लिए प्लान बी पहले ही तैयार था और निर्दलीयों से पहली चर्चा हो चुकी थी| बहुमत नहीं मिलता देख कांग्रेस ने निर्दलीयों को साथ आने के लिए मना लिया| वहीं खबर है कि अब चारों निर्दलीयों को बड़ी सरकार बनाने के बाद बड़ी भूमिका दी जा सकती है|
कमलनाथ द्वारा बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में चारों निर्दलीय प्रत्याशियों को भी निमंत्रण दिया गया था| सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक बैठक में पहुंचे चार निर्दलीय विधायकों में से वारासिवनी से जीते गुड्डा जायसवाल और बुरहानपुर से जीते ठाकुर सुरेंद्र सिंह को मंत्री पद मिल सकता है| वहीं दो अन्य विधायक भगवानपुर से केदार डावर और सुसनेर से राणा विक्रम सिंह को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। बताया जा रहा है कि इसी शर्त पर निर्दलीयो ने कांग्रेस को समर्थन दिया है|
सपा और बसपा और निर्दलीय के समर्थन केबाद कांग्रेस के पास अब 121 विधायकों का समर्थन हो गया है| निर्दलीय उम्मीदवार के दौर पर निर्वाचित हुए पार्टी के चार बागी विधायक कांग्रेस में वापसी के लिए तैयार हैं| इन चारों ने टिकट न मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था|
यह चार निर्दलीय निर्दलीय जीते
वारसिवनी से प्रदीप जायसवाल – योगेंद्र निर्मल (भाजपा ) को 3862 वोट से हराया
भगवानपुर से केदार डावर- जमानसिंह सोलंकी (भाजपा) को 9716 वोटों से हराया
बुरहानपुर- ठाकुर सुरेंद्र सिंह -अर्चना चिटनीस (भाजपा ) को 5120 वोटों से हराया
सुसनेर से राणा विक्रम सिंह-महेंद्र भैरव-(कांग्रेस) को 27062 वोटों से हराया