भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में कांग्रेस (Congress) को मजबूत करने के लिए कमलनाथ (kamalnath) अब एक नया प्रकोष्ठ बाल कांग्रेस बनाने जा रहे हैं। इस प्रकोष्ठ के माध्यम से पार्टी किशोरों को न केवल पार्टी से जोड़ेगी, बल्कि उन्हें देश की आजादी और इतिहास सिखा भावी राजनीति के लिए तैयार भी करेगी।
मप्र युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ताओं की सूची जारी, ‘यंग इंडिया के बोल’ का परिणाम घोषित
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू की जन्म तिथि 14 नवंबर को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कमलनाथ बाल कांग्रेस की नींव डालेंगे। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता बाला बच्चन इसके प्रभारी होंगे। बाल कांग्रेस में 16 से 20 वर्ष के किशोरों को जोड़ा जाएगा। स्वतंत्रता संग्राम के समय इंदिरा गांधी ने वानर सेना बनाई थी। यह सेना आम जनता के साथ-साथ कांग्रेस के नेताओं की भी मदद किया करती थी। उसी की तर्ज पर कमलनाथ का प्लान आने वाले दो-तीन साल में मताधिकार प्राप्त करने वाले युवाओं को कांग्रेस से जोड़कर उसके इतिहास से परिचित कराना है। बाल कांग्रेस का विस्तार भी बूथ, मंडल और सेक्टर स्तर पर किया जाएगा। यह भी एक संयोग है कि जिन इंदिरा गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम के समय वानर सेना की नीव डाली थी उन्हीं के तीसरे बेटे कहीं जाने वाले कमलनाथ अब उस काम को दोबारा शुरू कर रहे हैं।
हालांकि बीजेपी इसे कांग्रेस की हताशा और निराशा का प्रतीक बता रही है। बीजेपी कार्यसमिति के सदस्य सुरेन्द्र शर्मा का कहना है कि कांग्रेस के पास पहले से ही मंदबुद्धि बालक मौजूद है और ऐसे में बाल कांग्रेस का गठन शायद उनकी मजबूती के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस का यह बाल प्रकोष्ठ पार्टी की मजबूती में कितना योगदान दे पाएगा यह तो देखने वाली बात होगी। लेकिन फिलहाल इस सब का ध्यान इस ओर है कि बिखरती टूटती कांग्रेस को बाल कांग्रेस में कितने सदस्य मिल पाते हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी कल दिनाँक 14 नवंबर को राष्ट्रनिर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के जन्मदिवस पर बाल कांग्रेस की स्थापना करेंगे।
बाल कांग्रेस में 16 से 20 वर्ष तक के नौजवान राष्ट्रप्रेम एवं राष्ट्रनिर्माण का संदेश युवाओं तक पहुँचाएंगे। pic.twitter.com/3jLtmHhWZA
— MP Congress (@INCMP) November 13, 2021