इंदौर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव की मरीजों के बाद कलेक्टर मनीष सिंह ने बैठक में बड़ा फैसला लिया है। कलेक्टर ने कहा है कि इंदौर में एक सप्ताह सख़्ती से लाकडॉन रहेगा ।पॉज़िटिव केस बढ़ सकते हैं लेकिन प्रशासन की तैयारी पूरी है नागरिकों को इस दिशा में मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया है कि लोक स्वास्थ्य एवं जीवन की सुरक्षा को देखते हुए इंदौर शहर के समस्त अस्पतालों एवं वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक के उपरांत एक निर्णय लिया गया जिसके अंतर्गत उपचार विशेष हेतु अस्पतालों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है। पहली कैटेगरी रेड, जिसमें कोविड पोजि़टिव मरीज़ रहेंगे, दूसरी येलो जिसमें करोना के संभावित लक्षण पाए जाने वाले पेशेंट रहेंगे जैसे सर्दी, खांसी, जुखाम ,गले में खराश तथा तीसरी ग्रीन जिसमें अन्य बीमारियों एवं इमरजेंसी हेतु पेशेंट लिए जाएंगे।
रेड केटेगरी अस्पतालों में मनोरमा टीबी हॉस्पिटल, चेस्ट सेंटर- एतवायएच, एमटीएच हॉस्पिटल एवं अरबिंदो इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस हॉस्पिटल शामिल हैं। उक्त अस्पतालों में कोविड-19 के पॉजिटिव पेशेंट का इलाज किया जाएगा।
इसके अलावा यलो कैटेगरी अस्पतालों में प्रशांति हॉस्पिटल, मयूर हॉस्पिटल, गोकुलदास हॉस्पिटल, सुयश हॉस्पिटल, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, श्री अरिहंत हॉस्पिटल, सिनर्जी हॉस्पिटल एवं विशेष हॉस्पिटल शामिल है।
ग्रीन कैटेगरी अस्पतालों में मिलिट्री हॉस्पिटल महू, शासकीय एतवाय हॉस्पिटल, सीएचएल अपोलो एलआईजी चौराहा, अपोलो राजश्री स्कीम नंबर 74, भंडारी हॉस्पिटल, मेदांता हॉस्पिटल , लाइफ केयर हॉस्पिटल, ग्लोबल एस एन जी हॉस्पिटल, चोईथराम हॉस्पिटल, ग्रेटर कैलाश, गुर्जर हॉस्पिटल, बाम्बे हॉस्पिटल, एपल इंदौर हॉस्पिटल,विशेष डायग्नोस्टिक नर्सिंग होम हॉस्पिटल, यूनिक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नोवल हॉस्पिटल, लाहौटी मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड, गीता भवन हॉस्पिटल तथा इंदौर क्लॉथ मार्केट हॉस्पिटल शामिल हैं। इन अस्पतालों में रेड एवं येलो चिन्हित उपचार को छोड़कर अन्य बीमारियों एवं इमरजेंसी सेवाएं दी जाएंगी