International Day of Peace 2024 :  विश्व भर में शांति का संदेश देता आज का दिन, जानिए अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस का महत्व और इस साल की थीम

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस का उद्देश्य विश्व भर में शांति और अहिंसा को बढ़ावा देना है। यह दिन लोगों को संघर्षों को समाप्त करने और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने की प्रेरणा देता है। संयुक्त राष्ट्र ने 1981 में इस दिवस की स्थापना की थी और 2001 में इसे संघर्षविराम और अहिंसा के दिन के रूप में मान्यता दी।  इस अवसर पर विश्वभर में शांति यात्राएं, सेमिनार और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

International Day of Peace 2024 : आज अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस है। हर साल 21 सितंबर को विश्व भर में शांति और अहिंसा के संदेश का प्रसार करने के उद्देश्य से ये दिन मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य लक्ष्य संघर्षों को समाप्त करना, शांति स्थापित करना और अंतर्राष्ट्रीय भाईचारे की भावना को बढ़ावा देना है। 

आज के दिन सीएम डॉ. मोहन यादव ने शुभकामनाएँ देते हुए कहा है कि ‘अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस की आप सभी को हार्दिक बधाई। शांति, सौहार्द्र एवं पारस्परिक स्नेह से ही मानवता के कल्याण के पावन ध्येय की प्राप्ति हो सकती है। आइए, भारत द्वारा विश्व को प्रदत्त महान संदेश ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना के प्रसार में सहभागी बनें और शांति के प्रवाह को अक्षुण्ण बनाएं।’

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस का महत्व 

इस दिन का महत्व अत्यधिक व्यापक और प्रभावशाली है। आज के युग में, जब विभिन्न देशों और समुदायों के बीच विवाद और हिंसा बढ़ रहे हैं, ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस हमें यह याद दिलाता है कि शांति और सद्भाव के बिना विकास संभव नहीं है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज में शांति, सहिष्णुता, और मानवता के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना है। यह दिन न केवल देशों के बीच शांति की बात करता है, बल्कि व्यक्ति और समुदाय के स्तर पर भी शांति और सद्भाव को प्रोत्साहित करता है।

इस साल की थीम और उद्देश्य

संयुक्त राष्ट्र ने 1981 में इस दिवस की स्थापना की थी और 2001 में इसे सभी तरह के युद्ध-संघर्ष विराम और अहिंसा के दिन के रूप में नामित किया गया। इस बार अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस की थीम है “शांति के लिए एक साथ: सम्मान, सुरक्षा, और गरिमा।” ये थीम तीन प्रमुख तत्वों पर केंद्रित है, जो वैश्विक शांति की नींव माने जाते हैं।

सम्मान- इस बात पर जोर देता है कि हर व्यक्ति, समुदाय, और राष्ट्र को समान रूप से सम्मान मिलना चाहिए, चाहे उनकी पृष्ठभूमि, संस्कृति, या विचारधारा कुछ भी हो। सम्मान की भावना के बिना समाज में शांति स्थापित नहीं हो सकती। सुरक्षा- शांति तभी संभव है जब हर व्यक्ति को सुरक्षित माहौल मिल सके। सुरक्षा का अर्थ केवल शारीरिक सुरक्षा नहीं, बल्कि मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक सुरक्षा भी है, जो समाज में स्थिरता और सद्भाव का निर्माण करती है। गरिमा- यह इस बात को रेखांकित करता है कि हर व्यक्ति का जीवन गरिमापूर्ण होना चाहिए। शांति तभी वास्तविक हो सकती है जब हर व्यक्ति को अपने अधिकारों और स्वतंत्रता के साथ गरिमापूर्ण जीवन जीने का अवसर मिले। यह थीम हमें यह याद दिलाती है कि एक शांति पूर्ण दुनिया की नींव इन मूलभूत सिद्धांतों पर टिकी होती है, और इन्हें अपनाने से ही हम स्थायी शांति प्राप्त कर सकते हैं।

समारोह और कार्यक्रम

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस पर विभिन्न देशों में कई तरह के कार्यक्रमों और समारोहों का आयोजन किया जाता है। इसमें मुख्य रूप से शांति यात्राएं, पैनल चर्चा, कला और संगीत के कार्यक्रम के साथ शांति के संदेश को बढ़ावा देने वाले अभियान शामिल होते हैं। इसके साथ ही, संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में शांति घंटी बजाकर इस दिन का आगाज़ किया जाता है। यह शांति घंटी जापान द्वारा भेंट की गई थी और यह दुनिया के विभिन्न देशों से प्राप्त धातु से बनाई गई है, जो शांति के प्रति मानवता की सामूहिक इच्छा का प्रतीक है।

शांति की दिशा में हमारा योगदान

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस हमें यह सोचने का अवसर देता है कि हम व्यक्तिगत रूप से शांति के लिए क्या कर सकते हैं। चाहे यह हमारे परिवार, समुदाय या वैश्विक स्तर पर हो, हर एक व्यक्ति का योगदान महत्वपूर्ण है। इस दिन हम सभी को आत्मनिरीक्षण करने और समाज में शांति और सामंजस्य स्थापित करने के लिए संकल्प लेने की आवश्यकता है।

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस केवल एक प्रतीकात्मक दिन नहीं है, बल्कि यह शांति, मानवाधिकार और न्याय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने का अवसर है। इस दिन की महत्ता हर व्यक्ति के जीवन में शांति और सद्भाव के महत्व को दर्शाती है। अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस का महत्व आज के समय में पहले से कहीं अधिक है, क्योंकि यह दुनिया के सभी हिस्सों में हो रहे संघर्षों और हिंसा को रोकने के लिए एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता को उजागर करता है।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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