ग्वालियर। पूर्व केंद्रीयमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के धारा 370 और 35 A हटाने पर मोदी सरकार के समर्थन वाले ट्वीट पर सिंधिया के धुर विरोधी प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री जयभान सिंह पवैया ने तंज कसते हुए बीजेपी में आने का न्यौता दिया है। उन्होंने कहा कि सिंधिया में दम है और उनकी देशभक्ति जाग रही है तो कांग्रेस को ठोकर मार दे और मैदान में आ जाएं हम उनका स्वागत करेंगे। पवैया ग्वालियर में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे|
मोदी सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटा लेने के बाद से बयानबाजी का दौर चल रहा है, इसे लेकर कांग्रेस दो धड़ों में बट चुकी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे कुछ बड़े नेता इसके समर्थन में केंद्र सरकार के फैसलों को सही बता रहे हैं तो राहुल गाँधी और गुलाम नबी आजाद जैसे अधिकांश नेता इसके विरोध में। सिंधिया ने इसका समर्थन करते हुए ट्वीट भी किया है और इसी के बाद से पार्टी में भूचाल आया हुआ है। सिंधिया के ट्वीट पर पवैया ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के केंद्र सरकार के समर्थन के ट्वीट पर लोग हैरान है। सांसद रहते और सांसद का चुनाव हारने के बाद सिंधिया के बयानों में भारी फर्क आया है। जो आदमी राहुल के साथ संसद में टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करता था, JNU में कश्मीरी अलगाववादियों के समर्थन में नारेबाजी पर कहता हो कि नारों से देशद्रोह नहीं होता वो अचानक 370 पर मोदी सरकार के साथ है जो हैरान करने वाला है।
पवैया ने कहा कि सिंधिया जनता के सामने साफ करें कि क्या आप अब भी कांग्रेस में ही हैं, अगर आप कांग्रेस में ही हो तो कांग्रेस ने 370 हटाने का विरोध क्यों किया। आपकी पार्टी का स्टैंड क्य़ा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री पवैया ने आरोप लगाये कि सिंधिया सत्ता की मलाई खाना चाहते है, उन्हें मध्यप्रदेश में अभी कई जमीनों के पट्टे कराने है तो कई जमीनों की जांच की फाइल बंद करानी है, इसलिए मध्य प्रदेश में कांग्रेसी बने रहना चाहते है, तो वहीं मोदी की सुनामी से बचने और अपना भविष्य सुरक्षित रखने के लिए सिंधिया मोदी जी के सुर में सुर मिलाते है। पवैया ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता कैलाशवासी माधवराव सिंधिया का नाम लिए बिना कहा कि इतिहास बताता है जब कांग्रेस दुर्गति को प्राप्त हो रही थी तो कांग्रेस का मुखिया बनने का ख्वाब इनके परिवार के पूर्वज ने देखा था और विकास कांग्रेस बनाकर कांग्रेस को पीठ दिखाई थी। उन्होंने कहा कि ये लोग राजनीति को दुकानदारी समझने वाले लोग हैं।