इंदौर।स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजवर्गीय ने शुक्रवार को इंदौर में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में माफियाओं पर चलाए जा रहे अभियान पर भी राजनीति का असर नजर आने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नियम विरुद्ध माफियाओं के मकान तोड़ने के बाद भी भाजपा ने इस मुहिम का समर्थन किया है लेकिन यदि भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर मुहिम का राजनीतीकरण किया गया तो भाजपा प्रजातांत्रिक तरीके से आंदोलन करेगी और सरकार की खिलाफत करेगी। विजयवर्गीय ने कहा कि हम मूक दर्शक बने हुए है इसका मतलब ये नहीं कि हम विरोध नहीं कर सकते। अधिकारियों को चेतावनी देते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि कमर के नीचे की राजनीति कभी मैने नहीं की है और करना भी नही चाहता लेकिन यदि जरूरत पड़ेगी तो करूँगा भी।इस कार्रवाई में भाजपाइयों को टारगेट किया जा रहा है। इसकी शुुरुआत हनीट्रैप से हुई है।
उन्होंने प्रदेश सरकारों द्वारा नागरिकता कानून को लागू नहीं करने के फैसले पर कहा कि संविधान के मुताबिक सरकार मना नहीं कर सकती यदि फिर भी ऐसा होगा तो कलेक्टर के बजाय ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाकर नागरिकता दी जाएगी। विपक्ष पर गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष मोदी को मैदान में हरा नहीं पाता है इसलिए देशवासियों को गुमराह करके राजनीतिक रोटियां सेंकने में जुट गया है। हालांकि, पहले गुमराह होने वाले अब नागरिकता कानून की असलियत समझने लगे है इसलिए अराजकता बन्द कर कानून को समर्थन देने में लगे है।
वही विजयवर्गीय ने CAA,NPR और NRC पर विपक्ष के रवैये पर सवाल उठाए और कहा कि अकेले बंगाल में ही लगभग 1 करोड़ से ज्यादा दलित नागरिकता का इंतजार कर रहे है। देश के मुसलमानों को नागरिकता कानून से कोई खतरा नहीं होने की बात कहते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि फिलहाल एनसीआर को लेकर कोई चर्चा नहीं हो रही है हालाकिं एनपीआर को लेकर स्थिति साफ करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा एनपीआर लेकर नहीं आई है लेकिन हर दस साल में जनगणना जरूरी है ताकि योजनाएं बन सके। व्यक्तिगत रूप से विजयवर्गीय ने एनसीआर का भी समर्थन किया वही विपक्ष पर वोट बैंक के लिए महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी सरकार, महात्मा गांधी के वचनों को पूरा कर रही है।