मध्य प्रदेश की राजनीतिक उठापटक के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फिर कहा है कि विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के लिए हम तैयार हैं, बशर्ते पहले बेंगलुरू में भाजपा द्वारा बंधक बनाए गए 16 विधायकों को स्वतंत्र कराया जाए। कमलनाथ ने यह बात सोमवार को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कही।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी असंवैधानिक रूप से सत्ता हासिल करने के लिए छटपटा रही है। वह फ़्लोर टेस्ट पर तो ख़ूब बात कर रही है लेकिन बंधक 16 विधायकों पर चुप्पी साध रखी है। अब भाजपा न्यायालय में गयी है और हमें न्यायालय पर पूरा विश्वास है। न्यायालय हमें अपना पक्ष मजबूती से रखने का मौका देगी।
उन्होंने बैठक में यह भी कहा कि बीजेपी द्वारा बेंगलुरू में 16 कांग्रेस विधायकों को बंधक बनाकर षड़यंत्रपूर्वक असंवैधानिक संकट पैदा करने का प्रयास किया गया है। भारतीय जनता पार्टी एक ओर तो संवैधानिक व्यवस्थाओं की दुहाई देती रहती है, वहीं दूसरी तरफ गैर-संवैधानिक तरीके से कांग्रेस पार्टी के विधायकों को बंधक बना कर रखा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायकों को सावधान करते हुए कहा है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह पर भरोसा न करें। भाजपा अफ़वाह फैलाने में माहिर है। ऐसे समय में सभी लोगों को सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा के बजट सत्र में कांग्रेस विधायकों की एकजुटता और मर्यादित आचरण की सराहना की है। उन्होंने कहा कि हम गांधी जी के मार्ग पर चल रहे हैं और यही हमारी शक्ति है जिसके आधार पर हम सत्ता लोलुप लोगों को मुंहतोड़ जवाब देकर प्रजातांत्रिक मूल्यों की रक्षा करेंगे। इस बैठक में कांग्रेस पक्ष के सभी विधायकों के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद श्री दिग्विजय सिंह, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक श्री मुकुल वासनिक, श्री हरीश रावत तथा पूर्व नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह उपस्थित थे। बैठक का संचालन गोविंद सिंह ने किया।