भोपाल।
बिजली कटौती को लेकर चौतरफा घिरी प्रदेश की कमलनाथ सरकार अब इससे छुटकारा पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है । सरकार द्वारा अखबारों में विज्ञापन देकर दावा किया जा रहा है प्रदेश में बिजली को कोई कमी नही है, पिछली सरकार और कुछ लोगों की लापरवाही के चलते इन दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच अब कमलनाथ सरकार ने बिजली कटौती को लेकर बड़ा फैसला किया है।सरकार ने शिवराज सरकार में बिजली को लेकर हुए घोटाले की आशंका जताई है और जांच की बात कही है।
दरअसल, आज मीडिया से चर्चा के दौरान जनसंर्पक मंत्री पीसी शर्मा ने आरोप लगाया है कि शिवराज सरकार के कार्यकाल में बिजली उपकरण खरीदी में घोटाला हुआ है।मंत्री का कहना है कि बिजली कटौती के लिए घटिया विद्युत उपकरण जिम्मेदार है। 15 साल में बीजेपी ने बिजली ने घटिया उपकरण खरीदे थे, जिसके चलते अब बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने शिवराज सरकार में ट्रांसफार्मर और दूसरे विद्युत उपकरण खरीदी में बड़े स्तर पर घोटाले की आशंका जताई है। बीजेपी पर बिजली उपकरण खरीदी में घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसकी जांच कराई जाएगी।
गौरतलब है कि एमपी में जारी अघोषित बिजली कटौती को लेकर घमासान मचा हुआ है। जहां जनता सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रही है वही विपक्ष सरकार का घेराव कर रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके मंत्रियों का दावा है कि प्रदेश में पर्याप्त बिजली है लेकिन शिवराज सरकार के दौरान लाइन की मेंटेनेंस ना होने के कारण बार-बार बत्ती गुल हो रही है। मुझ पर विश्वास रखें, मैं जो बोलता हूं उसे पूरा करता हूं, मैं और मेरी सरकार पूरे 5 साल आपकी सेवा में तत्पर है। साथ ही यह अपील की जा रही है कि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों से सावधान रहें। इसी बीच अब सरकार ने पिछली सरकार में लगे बिजली उपकऱणों की जांच कराने की बात कही है।