भोपाल| मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सरकार में आते ही शिवराज सरकार के कामकाज पर अब जांच की आंच पड़ना शुरू हो गई है| पिछली सरकार ने प्रदेश भर में पौधरोपण का महाभियान चलाया था, जिसमे करोड़ों रुपए खर्च किये गए और साढ़े सात करोड़ से अधिक पौधे लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने का दावा किया था | अब कांग्रेस सरकार नर्मदा किनारे लगवाए गए पौधों की जांच करवाने जा रही है| कृषि और उद्यानिकी मंत्री सचिन यादव ने नमामि देवी नर्मदे के तहत लगाए गए पौधे और अन्य स्थानों पर लगाए गए पौधों की जांच थर्ड पार्टी से करवाने का ऐलान किया है। पौधरोपण की हकीकत क्या है। वाकई में इतने पौधे लगाए गए थे या नहीं। अगर लगाए गए थे तो वर्तमान में इनकी क्या स्थिति है इसकी जांच की जायेगी।
विपक्ष में रहने के दौरान कांग्रेस ने पौधरोपण के महाभियान को घोटाला बताते हुए तत्कालीन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे| सड़क से लेकर सदन तक इस मुद्दे को कांग्रेस ने उठाया| वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पैदल नर्मदा परिक्रमा के दौरान भी पौधरोपण को लेकर सवाल उठाये थे, साथ ही सरकार के दावे को घोटाला बताया था और सरकार में आने के बाद जांच की बात कही थी| अब जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और शिवराज के कार्यकाल में हुए कार्यों की जांच कराई जा रही है, जिससे भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती है|
कृषि मंत्री सचिन यादव ने पौधों की जांच थर्ड पार्टी से करवाने का ऐलान किया है। मंत्री यादव ने कहा कि नर्मदा पौधारोपण में हुए भारी भ्रष्टाचार खुलकर जो सामने आया है हम उसकी तह में जाकर थर्ड पार्टी से जांच कराएंगे । नर्मदा किनारे पिछले तीन साल में लगे साढ़े सात करोड़ से ज्यादा पौधों की मैदानी हकीकत पता लगवाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इसके तहत सबसे पहले उद्यानिकी विभाग के अंतर्गत खरीदे गए 40 करोड़ से ज्यादा के पौधों की खरीदी और पौधारोपण की जांच होगी। इसके बाद बाकी विभागों से हर साल लगे पौधे और मौके की पड़ताल चलेगी। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में सरकार बनने पर पौधारोपण की जांच का वादा किया था। कृषि और उद्यानिकी मंत्री सचिन यादव ने कहा है कि सरकार इस दिशा में आगे बढ़ेगी।