भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले राजनैतिक सरगर्मियां तेज है। नेता लगातार एक-दूसरे के दल के नेताओं के संपर्क होने का दावा कर रहे है। अब कमलनाथ सरकार में जनसम्पर्क मंत्री ने बीजेपी नेताओं को लेकर बड़ा दावा किया है। मंत्री ने बीजेपी नेता के कांग्रेस से संपर्क में होने की बात कही है। साथ ही उन्होंने दावा किया है कि मतदान वाले दिन तक बीजेपी में कोई नेता दिखाई नहीं देगा। मंत्री के इस बयान के बाद बीजेपी में हलचल तेज हो गई। हालांकि अभी तक किसी भी नेता की प्रतिक्रिया सामने नही आई है। इससे पहले बीजेपी सांसद और प्रदेश के कई बड़े नेता भी कांग्रेस के नेताओं के संपर्क होने की बात कह चुके हैं|
दरअसल, विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा-कांग्रेस द्वारा विधायकों और नेताओं के संपर्क होने की बात कही जा रही है। हालांकि इस बीच कई नेता भी दल बदलकर कांग्रेस से बीजेपी और बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए है। अब चुंकी कुछ दिनों में ही लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी, ऐसे में कमलनाथ सरकार के मंत्री ने बीजेपी नेताओं के संपर्क की बात कह कर राजनीति में खलबली मचा दी है। कमलनाथ सरकार में कानून मंत्री पीसी शर्मा से जब आज बुधवार को मीडिया से चर्चा के दौरान बीजेपी नेताओं की लगातार नाराजगी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के कई नेता उनके संपर्क में बने हुए है। शर्मा ने कहा कि बीजेपी से नाराज सभी नेता हमारे संपर्क में है,एक एक करके सभी कांग्रेस में शामिल होने वाले है, 12 मई तक बीजेपी में कोई दिखाई नहीं देगा।
अभी तक बीजेपी नेता ही इस तरह का दावा करते आए थे, और लोकसभा चुनाव के बाद सरकार गिराने की बात कह रहे थे, लेकिन आज पहली बार कांग्रेस के किसी कैबिनेट मंत्री ने बीजेपी के नेताओं के कांग्रेस के संपर्क में होने की बात कही है। इससे पहले बीजेपी राज्यसभा सांसद राकेश सिंह ने इस तरह का दावा किया था, उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के सात विधायक पार्टी से नाराज चल रहे है, जो कि उनके सपंर्क मे है। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ भी पहले भाजपा के पांच विधायकों के संपर्क का दावा कर चुके हैं|
बता दे कि टिकट वितरण के बाद से ही बीजेपी में जमकर अंतरकलह मची हुई है। कई वर्तमान सासंद टिकट कटने और कई नेता टिकट ना मिलने से नाराज हो गए है, वही कईयों को बाहरी या पैराशूट उम्मीदवार को टिकट दिए जाने से नाराजगी है।इसका स्पष्ट उदाहरण मंगलवार को बीजेपी कार्यालय में बुलाई गई बैठक में देखने को मिला जहां कई पूर्व विधायक, विधायक, पार्षद और पदाधिकारी प्रदेश प्रभारी के बुलाए जाने पर भी नही पहुंचे। इससे संगठन भी नाराज हो गया था।