Fri, Dec 26, 2025

Lok Sabha Elections 2024 : चुनाव आयोग द्वारा जारी वोटिंग डेटा को लेकर कमलनाथ ने किए सवाल, कहा ’45 साल के राजनीतिक जीवन में पहली बार ऐसा देखा’

Written by:Shruty Kushwaha
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उन्होंने कहा कि पहले चरण का मतदान प्रतिशत जारी करने में चुनाव आयोग को 11 दिन का समय लगा, जबकि दूसरे चरण का मतदान प्रतिशत भी 4 दिन की देरी के बाद जारी किया गया है। इससे पहले जो आँकड़े जारी किए गए थे अब उनमें बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
Lok Sabha Elections 2024 : चुनाव आयोग द्वारा जारी वोटिंग डेटा को लेकर कमलनाथ ने किए सवाल, कहा ’45 साल के राजनीतिक जीवन में पहली बार ऐसा देखा’

Kamal Nath on Govind Singh Rajput Remark

Lok Sabha Elections 2024 : देश में लोकसभा चुनाव के दो चरणों का चुनाव हो चुका है। 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को क्रमश: पहले और दूसरे चरण का चुनाव हुआ और उसके बाद चुनाव आयोग ने 30 अप्रैल को दोनों दौर के मतदान का आंकड़ा जारी किया। इलेक्शन कमीशन ने बताया कि पहले चरण में 66.14% और दूसरे चरण में 66.71% मतदान हुआ है। लेकिन इसे लेकर अब कांग्रेस सवाल खड़े कर रही है। उसका कहना है कि चुनाव आयोग को डेटा जारी करने में इतनी देरी क्यों हुई और और ये शुरुआती आंकड़ों से बिलकुल अलग है।

कमलनाथ ने कही ये बात

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक्स पर लिखा है कि ‘लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान प्रतिशत जारी करने में चुनाव आयोग को 11 दिन का समय लगा, जबकि दूसरे चरण का मतदान प्रतिशत भी 4 दिन की देरी के बाद जारी किया गया है। मैंने अपने 45 साल के राजनीतिक जीवन में ऐसा पहली बार देखा है जब चुनाव होने के 11 दिन के बाद अचानक से मतदान प्रतिशत का नया आँकड़ा जनता के बीच आया हो, हैरानी की बात यह भी है मतदान के दूसरे दिन अख़बारों के माध्यम से जो मत प्रतिशत सामने आया था अब उसमें 11 दिन बाद 3% तक की बढ़ोतरी के साथ आँकड़े जारी किये गये है। हमारा देश मज़बूत लोकतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन प्रणाली के लिये पूरी दुनिया में जाना जाता है, लेकिन इस तरह की अवांछित घटनाओं से निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़े होते हैं। उम्मीद करता हूँ कि यह केवल तकनीक त्रुटि हो, कोई राजनीतिक खेल नहीं।’

विपक्ष उठा रहा है सवाल

कांग्रेस के अलावा अन्य विपक्षी दल पीसीआई(एम), टीएमसी ने भी इस डेटा पर प्रश्न उठाए हैं। सीपीआई(एम) नेता सीताराम ने पूछा है कि ये आंकड़ा शुरुआती आंकड़ों से पूरी तरह अलग है, वहीं टीएमसी नेता डेरेन ओ’ब्रायन ने भी कहा है कि ईसीआई द्वारा चार दिन पहले जारी डेटा से इस बार जारी डेटा में उछाल देखा गया है, ये कैसे हुआ। शिवसेना नेता आनंद दुबे ने कहा कि आयोग को दस दिन का समय क्यों लगा। इस तरह विपक्ष चुनाव आयोग द्वारा जारी मतदान प्रतिशत के डेटा में हेरफेर की आशंका जता रहा है। अब कमलनाथ ने भी दो चरणों के वोटिंग टर्नआउट डेटा में मत प्रतिशत में बढ़ोत्तरी को लेकर सवाल उठाए हैं।