भोपाल। लोकसभा चुनाव में दोनों प्रमुख दल कांग्रेस एवं भाजपा सोशल मीडिया पर एक दूसरे के खिलाफ कथित दुष्प्रचार का सहारा ले रहे हैं। वहीं कांग्रेस के घोषणा पत्र के कुछ बिंदुओं को सेना, राष्ट्र सम्मान से जोड़कर भाजपा राजनीतिक रूप से भुनाने में जुट गई है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में सशस्त्र बल स्पेशल पॉवर अधिनियम (अफस्पा) को वापस लेने की बात पर भाजपा ने कांग्रेस को राष्ट्रद्रोहियों से हाथ मिलाने का आरोप लगाया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी एवं कांतिलाल भूरिया ने आरोप लगाया है कि भाजपा मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए यह दुष्प्रचार कर रही है। सत्ता में रहते हुए भाजपा ने ही इस कानून को अरुणाचल प्रदेश में सीमित किया और मेघालय व त्रिपुरा में हटाया। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि यदि उसकी सरकार बनी तो ‘अफस्पाÓ कानून को हटाने पर विचार करेगी। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस की जमकर आलोचना की जा रही है। साथ ही कांग्रेस के घोषणा पत्र को ढकोसला पत्र कहा जा रहा है। पचौरी ने बताया कि यह कानून वर्ष 1958 में संसद से पारित हुआ था। वर्ष 2014 के घोषणा पत्र में भाजपा ने भी इस कानून को शिथिल करने की बात कही थी। भाजपा ने जम्मू कश्मीर में पीडीपी से भी गठबंधन कर सरकार चलाई अब इस तरह की बातें की जा रही है। अब तक इस कानून के तहत 182 मुकदमे चले हैं, जिनमें दो लोगों को सजा हुई है।