Tue, Dec 30, 2025

मादा चीता ‘साशा’ की मौत के बाद उठे कई सवाल, वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट ने की जांच की मांग

Written by:Shruty Kushwaha
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मादा चीता ‘साशा’ की मौत के बाद उठे कई सवाल, वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट ने की जांच की मांग

Demand for investigation on the death of cheetah Sasha : कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता साशा की मौत के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने कहा है कि इसके लिए चीता प्रोजेक्ट से जुड़े मप्र के वन विभाग के बड़े अफसर जिम्मेदार हैं और इनको सजा मिलनी चाहिए। उन्होने कहा कि माधव नेशनल पार्क, ग्वालियर के सीसीएफ और सिंह परियोजना के तहत चीता प्रोजेक्ट की 3 जिम्मेदारी निभाने वाले उत्तम शर्मा को तत्काल हटाकर मामले की जांच हो। साथ ही ये भी जांच का विषय है कि करोड़ों रुपए खर्च कर पिछले 2 वर्षो से नामीबिया और साउथ अफ्रीका में चीता प्रबंधन सीखने गए वन मंत्री, अपर मुख्य सचिव वन, पीसीसीएफ मप्र सहित वन अफसरों की टीम बीमार चीता क्यों भारत लाए ?

अजय दुबे ने कहा कि चीता प्रोजेक्ट देख रहे उत्तम शर्मा के पन्ना टाइगर रिजर्व रहते हुए कई टाइगर मारे गए जिसमे 2 सैटेलाइट कॉलर पहने टाइगर थे। इसी के साथ उन्होने ये भी कहा कि जब मध्य प्रदेश के वन अधिकारियों ने ही नामीबिया में चीतों का चयन किया था। तो वो वहां से जब स्वस्थ चीता लेकर आए थे यहां बीमार कैसे हुआ ? उन्होने कहा कि एक ही व्यक्ति को तीन पदों का चार्ज दे दिया गया जबकि पहले ही मांग उठ रही थी कि यहां पर बेहतर वाइल्ड लाइफ ट्रेंड अफसर लाए जाए। इसी के साथ उन्होने कई तरह के सवाल उठाए है और सरकार से जांच की मांग की है।

बता दें कि 27 मार्च को नामीबिया से आई मादा चीता साशा की कूनो नेशनल पार्क में मौत हो गई। इस बारे में जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार वो 22 जनवरी से ही बीमार चल रही थी। उसकी तबियत खराब देख स्वास्थ्य जांच के बाद उसे अलग बाड़े में क्वारेंटाइन कर दिया गया। चिकित्सकों के मुताबिक उसके गुर्दों में संक्रमण पाया गया। इसके बाद तत्काल नामीबिया में संपर्क कर उसकी पहले की स्वास्थ्य रिपोर्ट ली गई और हालिया स्थिति के आधार पर उपचार शुरू हुआ लेकिन उसकी हालत ठीक नहीं हुई और सोमवार को उसकी मौत की दुखद सूचना आई। इस मामले पर अब वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट ने सवाल उठाते हुए जांच की मांग की है।