भोपाल।
मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नर्मदा प्रजापति द्वारा भाजपा विधायक प्रह्लाद लोधी की सदस्यता शून्य करने के बाद भाजपा में भोपाल से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मच गया है। झाबुआ चुनाव में हार का स्वाद चख चुकी बीजेपी के लिए ये दूसरा बड़ा झटका है। पवई विधानसभा सीट खाली होने से एक बार फिर प्रदेश में उपचुनाव की स्थिति बन गई है।इस पूरे घटनाक्रम के बाद बयानबाजी का दौर तेजी से शुरु हो गया है।बीजेपी कोर्ट जाने की बात कर रही है। इसी बीच प्रहलाद लोधी का बड़ा बयान सामने आया है।
लोधी का कहना है कि मैं ही विधायक बनूंगा। कोर्ट से न्याय मांगूंगा, दिल्ली तक जाऊंगा। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा तो मुझे मुकेश नायक ने रोका। जीता तो कांग्रेस के लोगों ने ट्रक चढ़ाकर मेरी हत्या की कोशिश की। विधानसभा चुनाव में मैंने मुकेश नायक को 24 हजार वोट से हराया था। मेरे साथ यह बदले की कार्रवाई की गई।
वही उन्होंने आगे कहा कि आज तक मुझे कोई नोटिस नहीं दिया गया। कोर्ट ने मुझे जमानत दे दी है। 12 दिसंबर तक हाईकोर्ट जाने का मौका दिया, लेकिन इसके पहले ही साजिश के तहत मेरी सदस्यता रद्द कर दी गई। जनता मेरे साथ है। पवई से कोई नहीं जीत सकता। जिसको मैं जितवाऊंगा, वहीं जीतेगा। विधायक मेरा ही बनेगा। मैं ही विधायक बनूंगा। कोर्ट से न्याय मांगूंगा, दिल्ली तक जाऊंगा।
बता दे कि भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी को जेल होने से मध्यप्रदेश की पवई विधानसभा सीट खाली हो गई है। भोपाल की विशेष अदालत ने शुक्रवार को पवई से भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी और 12 अन्य को दो साल की सजा सुनाई। साथ ही उनपर साढ़े तीन हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। भाजपा विधायक को 2014 में तहसीलदार पर हमला करने को लेकर सजा सुनाई गई है।वही अब बीजेपी विधायकों की संख्या घटकर 107 हो गई है। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी के 109 विधायक थे। झाबुआ उपचुनाव में हार और लोधी की सदस्यता समाप्त होने के बाद अब उसके 107 विधायक बचे हैं।