श्योपुर। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी अधिकारियों पर उस वक्त भड़क गई जब उन्होंने छुट्टी के दिन आंगनवाड़ी के बच्चों को खाना खाते देखा। उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि छुट्टी के दिन भी आंगनवाड़ी खोलकर बच्चों को खाना खिलाया जा रहा है। हर रविवार को ऐसा ही होता है क्या? इस पर किसी अफसर का कोई जवाब नहीं आया तो मंत्री ने कहा मैं आई हूं, इसलिए ये झांकी जमाई है।
दरअसल, प्रदेश में कुपोषण का भयंकर प्रकोप जारी है। बीते एक महिने में 18 कुपोषित बच्चों की मौत हो गई है। बीजेपी इसे लेकर सरकार का जमकर घेराव किए हुए है और विधानसभा में भी विपक्ष इस मुद्दे को भुनाने की तैयारी में है। ऐेसे में रविवार को प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी विजयपुर क्षेत्र के उन गांवों का दौरा करने पहुंची, जहां बच्चों ने दम तोड़ा है। यहां सहसराम के खुर्रका गांव में जब उन्होंने रविवार को छुट्टी के दिन आंगनबाड़ी खुली देखी तो अधिकारियों पर बरस पड़ी। उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि छुट्टी के दिन भी आंगनबाड़ी खोलकर बच्चों को खाना खिलाया जा रहा है। हर रविवार को ऐसा ही होता है क्या? इस पर किसी अफसर का कोई जवाब नहीं आया तो मंत्री ने कहा मैं आई हूं, इसलिए ये झांकी जमाई है। इसके बाद मंत्री ने महिलाओं और बच्चों से पूछा क्या रोज ऐसा खाना मिलता है, तो उन्होेने इंकार कर दिया। इसके बाद नाराज मंत्री ने सहसराम सेक्टर की सुपरवाइजर रेखा अग्रवाल को सस्पेंड करने के आदेश दिए। इसके बाद खाना देने वाले समूह को बदलकर महिलाओें को देने के निर्देश दिए। निरीक्षण के बाद मंत्री पीडीएस राशन वितरण, आंगनबाड़ियों पर मध्यान्ह भोजन से खासी नाराज दिखीं।
गौरतलब है कि श्योपुर जिले में कुपोषित बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। रोजाना एक के बाद एक कुपोषित बच्चों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि अभी तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताया है कि कुल कितने कुपोषित बच्चों की मौत हुई है।