भोपाल| दो से अधिक बच्चे को सरकार नौकरी नहीं देने के फैसले का विरोध करने वाले असम के सांसद बदरुद्दीन अजमल के बयान के बाद देश भर में बहस छिड़ गई है, वहीं मध्य प्रदेश में भी इसको लेकर बखेड़ा शुरू हो गया है| इतना ही नहीं इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के दो दिग्गज नेता आमने सामने आ गए हैं| भोपाल मध्य क्षेत्र के विधायक आरिफ मसूद ने बदरुद्दीन अजमल के बयान का समर्थन करते हुए कहा था कि बच्चे होना तो खुदा की देन है। इसके बाद कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने जनसख्या नियंत्रण की पैरवी करते हुए निशाना साधा, उन्होंने ट्वीट कर कहा जनसंख्या नियंत्रण हर सरकार का जिम्मेदारी और हर नागरिक का कर्तव्य है इसे जाति और धर्म से जोड़ना बीमार मानसिकता का परिचय है।
दरअसल, सांसद अजमल ने हाल में टिप्पणी की थी कि, “मुस्लिम बच्चे पैदा करते रहेंगे और वे किसी की नहीं सुनेंगे, भले ही सरकार मुस्लिमों को नौकरी देने से रोकने के लिए कानून ही क्यों न ला रही हो।” असम सरकार ने 21 अक्टूबर की मंत्रिमंडल बैठक में फैसला किया कि दो से ज्यादा बच्चों वाले लोग राज्य सरकार की नौकरियों के लिए आवेदन नहीं कर सकते।
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के सुप्रीमो व सांसद बदरुद्दीन अजमल के बयान ने पूरे देश की राजनीति को गर्म कर दिया है। वहीं मध्य प्रदेश में इसको लेकर दो बड़े नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं| विधायक मसूद ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि बच्चे होना तो खुदा की देन है। मसूद ने कहा जब आरएसएस के मोहन भागवत मंच से कह सकते हैं कि हिंदू ज्यादा बच्चे पैदा करें तो असम के सांसद अजमल भी मुस्लिमों से यही बात कह रहे हैं। वैसे तो बच्चे कितने पैदा करना है, यह माता-पिता पर निर्भर होता है। कांग्रेस विधायक के बयान के बाद मंत्री जीतू पटवारी ने भी बिना किसी का नाम लिखते हुए ट्विटर पर जनसंख्या नियंत्रण को धर्म से जोड़ने वालों को करारा जवाब दिया है|
मंत्री जीतू पटवारी ने मंगलवार रात को ट्वीट कर लिखा, ‘देश सबसे महत्वपूर्ण है जिसमें जनसंख्या वृद्धि कई बीमारियों की जड़ है। इंदिरा जी ने जनसंख्या नियंत्रण के अभियान को चलाया था और आज उसकी सार्थकता और ज्यादा है। जनसंख्या नियंत्रण हर सरकार का जिम्मेदारी और हर नागरिक का कर्तव्य है इसे जाति और धर्म से जोड़ना बीमार मानसिकता का परिचय है’। इसके बाद बुधवार को इसी मुद्दे पर उन्होंने एक और ट्वीट कर लिखा ‘भाईचारे के प्रतीक हमारे भारत में कुछ हिंदुओं को टोपी पहनने से और कुछ मुसलमानों को तिलक लगाने से आपत्ति है। यही वही लोग है जो देश के अमन-चैन में विश्वास कम रखते है..। लेकिन उन्हें यह याद रखना चाहिए कि यह देश तिलक-टोपी और भाईचारे का देश है यहां की गंगा-जमुना तहजीब को यह बल देता है’|