मध्यप्रदेश में मूंग खरीदी के लिए नेशनल कमोडिटीज मैनेजमेंट सर्विसेज लिमिटेड (NCML) को जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण यादव ने आरोप लगाया है कि ये कंपनी पहले भी नर्मदापुरम, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा जैसे जिलों में अमानक फसल खरीद और किसानों से अवैध वसूली के आरोपों में घिरी रही है। ऐसे में NCML को खरीदी देने का फैसला क्यों लिया गया।
बता दें कि मध्यप्रदेश में 7 जुलाई से ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरु हो गई है।यह उपार्जन 6 अगस्त तक चलेगा। इस बार मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 8682 प्रति क्विंटल और उड़द का7400 प्रति क्विंटल तय किया गया है। खरीदी केवल उन्हीं किसानों से की जाएगी जिन्होंने पूर्व में पंजीयन कराया है।
कांग्रेस ने NCML को लेकर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता अरुण यादव ने मूंग खरीदी का काम नेशनल कमोडिटीज मैनेजमेंट सर्विसेज लिमिटेड को देने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि ‘मध्यप्रदेश में मूंग खरीदी का काम फिर NCML कंपनी को दे दिया गया है, इस कंपनी ने पूर्व में नर्मदापुरम, नरसिंहपुर आदि जिलों में अमानक फसल खरीद कर करोड़ों रुपए का घोटाला किया था, साथ ही सर्वेयरों ने किसानों से अवैध वसूली भी की थी । आखिर उसे खरीदी देने का फैसला किसके दबाव में लिया गया ? जिस कंपनी ने करोड़ों रुपये की गड़बड़ियां की उसी को काम देने की क्या मजबूरी थी ?’
पहले भी लगे हैं अनियमितताओं के आरोप
नाफेड के आदेश के बाद NCML को मूंग और उड़द खरीदी की जिम्मेदारी दी गई है लेकिन अब विपक्ष इसपर सवाल उठा रहा है। मध्यप्रदेश में मूंग खरीदी में नेशनल कमोडिटीज मैनेजमेंट सर्विसेज लिमिटेड द्वारा पूर्व में कई अनियमितताओं की शिकायत आ चुकी है। कंपनी पर पर नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, और छिंदवाड़ा जिलों में अमानक मूंग और अन्य फसलों की खरीदी के आरोप हैं। इसके सर्वेयरों पर किसानों से अनुचित शुल्क वसूलने के आरोप भी लगाए गए हैं। लेकिन फिर से इसी कंपनी को खरीद का काम देने को लेकर अब विपक्ष ने सरकार से सवाल किए हैं।
मप्र में मूंग खरीदी का काम फिर NCML कंपनी को दे दिया गया है, इस कंपनी ने पूर्व में नर्मदापुरम, नरसिंहपुर आदि जिलों में अमानक फसल खरीद कर करोड़ों रुपए का घोटाला किया था, साथ ही सर्वेयरों ने किसानों से अवैध वसूली भी की थी ।
◆ आखिर NCML को खरीदी देने का फैसला किसके दबाव में लिया…— Arun Subhashchandra Yadav (@MPArunYadav) July 9, 2025





