भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कृषि मंत्री कमल पटेल (Agriculture Minister Kamal Patel) का बड़ा बयान सामने आया है।कृषि मंत्री ने कहा है अगली बैठक विभागों के समूह बनाकर आयोजित होगी। निर्माण कार्यों से जुड़े सभी विभागों के साथ बैठक होगी, जिसमें निर्माण कार्य की समयावधि, निगरानी रिपोर्ट, लागत और गुणवत्ता से महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा होगी। इसी तरह कृषि से जुड़े मुद्दों पर कृषि, उद्यानिकी, मंडी, वेयर हाउस जैसे विभागों के साथ और खनिज के मामले में खनिज, राजस्व और ग्रामीण विकास विभाग की बैठक ली जाएगी।
दरअसल, आज कृषि मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने खरगोन के नवीन कलेक्ट्रेट भवन में आयोजित प्रथम बैठक की और अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ जिले के प्रत्येक व्यक्ति को उसकी पात्रता के अनुसार दिलाया जाना सुनिश्चित करें। इसके लिए घर-घर जाकर सर्वे किया जाये। स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त तक महाअभियान चलाएँ और हितग्राहियों को उनकी पात्रता अनुसार लाभान्वित करें।
कृषि मंत्री पटेल ने अपनी प्राथमिकता स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार (MP Government) की योजनाओं का लाभ दिलाना ही उनका एकमात्र ध्येय है। इसके लिए घर-घर जाकर सर्वे कर नागरिकों को उनके घर ही पात्रता अनुसार लाभ उपलब्ध कराएं और उनकी समस्याओं का निराकरण करें। पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने में सभी विभाग अपना सौ प्रतिशत योगदान दें। यही सुशासन की मूल अवधारणा भी है।
कृषि मंत्री पटेल ने नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से सभी परियोजनाओं से संबंधित आवश्यक जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया कि नहरों से संबंधी समस्याओं को दूर करते हुए सभी किसानों को नियमानुसार सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराया जाना सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
कृषि मंत्री पटेल ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कलेक्टर(Khargone Collector) के निर्देशन में गाँवो की निगरानी समिति के सदस्यों के साथ वर्चुअल मिटिंग करें। कोई भी भूखा न रहे और पात्र लोग अनाज प्राप्त करने से वंचित नहीं रहे। इस बात का विशेष ध्यान रखे।मुख्यमंत्री कोविड बाल कल्याण योजना के हितग्राही आदित्य और अनमोल पटेल से मुलाकात की। उन्होंने बच्चों को 5हजार रुपए की सहायता राशि भेंट की और कलेक्टर को बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि खरगोन जिले में कोरोना के कारण अनाथ हुए 15 बच्चों को चिन्हित किया गया है, जिनमें आदित्य और अनमोल भी शामिल हैं।