भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर मंगलवार को भाजपा चुनाव समिति की बैठक प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई| इस बैठक में सभी 29 लोकसभा सीटों के दावेदारों के नामों पर चर्चा हुई। लेकिन किसी भी सीट पर कोई सहमति नहीं बन पाई। अब फैसला दिल्ली से होगा| दावेदारों के नामों पर चर्चा के बाद पैनल केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजा जाएगा| जिसके बाद उम्मीदवारों की घोषणा होगी| सूत्रों की माने तो सतना, जबलपुर खंडवा पर मौजूदा सांसदों को ही टिकट दिया जा सकता है, वहीं बालाघाट और शहडोल में परिवर्तन किया जायेगा|
इससे पहले टिकट के लिए मंगलवार को सुबह से भाजपा कार्यालय में दावेदारों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया| कई नेता खुद के लिए तो कुछ दिग्गज नेता अपने बच्चों, भाई भतीजों के लिए टिकट की मांग की| नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अपने बेटे अभिषेक भार्गव और पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने अपनी बेटी मौसम के लिए टिकट की मांग की है।हालांकि अभिषेक भार्गव ने साफ कहा है कि पार्टी बड़े लक्ष्य के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है अगर मेरी दावेदारी से वंशवाद के आरोप लगते हैं तो मैं अपनी दावेदारी वापस लूंगा । वही मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और खंडवा नंदकुमार सिंह चौहान ने फिर से दावेदारी पेश की है। इसके अलावा भी कई बड़े नेता दावेदारी ठोक रहे हैं| जिसके चलते सहमति न बन पाने के कारण पैनल बनाकर दिल्ली भेजा जा रहा है| अब दिल्ली से ही नाम तय होंगे| टिकट के दावेदार नेता पुत्रों के नाम भी पैनल में दिया गया है|
होली बाद आएगी पहली सूची
दिल्ली में अंतिम फैसले के बाद जल्द ही पहली सूची जारी की जायेगी| बैठक के पहले मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने बताया कि प्रदेश चुनाव समिति की बैठक के बाद चयनित प्रत्याशियों का पैनल दिल्ली में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा, जिसके बाद अंतिम फैसला दिल्ली से ही लिया जाएगा। मध्यप्रदेश की लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट 22 मार्च के बाद जारी होगी। पूरे प्रदेश से टिकट के दावेदारों ने समर्थकों के साथ भाजपा कार्यालय के बाहर डेरा जमाया रखा| इस बीच राजगढ़ सांसद रोडमल नागर के खिलाफ कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय पहुंचे और उन्होंने नागर को दोबारा टिकट दिए जाने का विरोध किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सांसद के खिलाफ नारेबाजी की|