मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दसवीं के परिणाम घोषित कर दिए हैं।इस साल एमपी बोर्ड 10वीं का रिजल्ट 62.84 फीसदी रहा। इसमें 360 स्टूडेंट्स ने मेरिट लिस्ट में स्थान पाया। जिसमें 15 छात्र छात्राएं 100 फीसदी अंकों के साथ पास हुए हैं। इस साल 11 लाख से ज्यादा बच्चे 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे। जिसमें से करीबन 2,22,944 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण रहे हैं। जिसके बाद हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा में अनुत्तरित रहे छात्रों के पास अपने आगे की पढ़ाई जारी रखने का एक और मौका है। राज्य सरकार की “रुक जाना नहीं” योजना के तहत विद्यार्थी फिर से परीक्षा देकर आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं। वहीं 15 जुलाई के बाद मध्य प्रदेश बोर्ड 12वीं के रिजल्ट जारी कर सकता है।
दरअसल हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा में दो या दो से अधिक विषय में असफल विद्यार्थी 14 जुलाई तक आवेदन कर “रुक जाना नहीं” योजना का लाभ ले सकते हैं। जिसके तहत विद्यार्थियों को एक बार फिर से 10वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा। राज्य शासन द्वारा शुरू की गई इस योजना में प्रथम चरण की परीक्षा जून में और दूसरे चरण की परीक्षा सितंबर में ली जाती है। किंतु कोरोना के संक्रमण को देखते हुए “रुक जाना नहीं” योजना के तहत आवेदन करने की तिथि बढ़ाई भी जा सकती है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि 12वीं के परिणाम आने में देरी की वजह से इस योजना में आवेदन करने की अंतिम तिथि बढ़ाई जा सकती है।
आवेदन करने की अंतिम तिथि 14 जुलाई
इस योजना के तहत अगस्त माह के पहले सप्ताह में दोनों कक्षाओं की परीक्षा फिर से ली जाएगी। वही अगस्त के अंत तक परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। वही मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड के उपनिदेशक डॉ संजय पटवा का कहना है कि “रुक जाना नहीं” के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि अभी 14 जुलाई रखी गई है। वही 12वीं का परिणाम घोषित होने का इंतजार किया जा रहा है जिससे आवेदन करने की तिथि बढ़ाई जा सके। वही इस में भाग लेने के लिए बच्चों को MP Online के कियोस्क पर जाकर निर्धारित शुल्क जमा कर पंजीयन करवा सकते हैं।
15 के बाद 12वीं का रिजल्ट
वहीं जानकारी के मुताबिक करीब 1 सप्ताह पहले मध्य प्रदेश बोर्ड ने जानकारी दी थी कि इंटरमीडिएट परीक्षा के परिणाम जुलाई के तीसरे सप्ताह में जारी कर दिए जाएंगे। जिसके मुताबिक 15 जुलाई के बाद मध्य प्रदेश बोर्ड 12वीं के रिजल्ट जारी कर सकता है। एमपी बोर्ड के डायरेक्टर हेमंत शर्मा ने बताया था कि जुलाई के थर्ड वीक में 12वीं के परिणाम घोषित किए जाएंगे। हालांकि ऐसा पहली बार हुआ है जब मध्य प्रदेश बोर्ड में दसवीं और बारहवीं के नतीजे अलग-अलग घोषित किए हैं।
बता दें कि मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड में बोर्ड परीक्षा में अनुत्तरित विद्यार्थियों के लिए 2016 में “रुक जाना नहीं” योजना की शुरुआत की थी। जिस में फेल हुए विद्यार्थियों को परीक्षा पास करने के दोनों के मिलते हैं। इस योजना के तहत बच्चों को मौका दिया जाता है कि वह चाहे तो एक साथ फेल हुए सभी विषयों की परीक्षा को न देकर उसे पास कर सकते हैं या फिर उसे 2 बार में उत्तीर्ण किया जा सकता है। बता दें कि इस साल दसवीं बोर्ड परीक्षा में मध्य प्रदेश हाई स्कूल के करीबन 2,22,944 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण रहे हैं।