भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board of Secondary Education) के सत्र-2020-21 में 12वीं के छात्रों के रिजल्ट के लिए फॉर्मूले का फॉर्मेट राज्य सरकार द्वारा जारी कर दिया गया है।इसके तहत 12वीं की परीक्षा का परिणाम कक्षा 10वीं के सर्वश्रेष्ठ 5 विषयों के विषयवार अंको के आधार पर तैयार किया जाएगा। इसके लिए 10वीं के विषयों का 12वीं के संकायवार विषयों से मैपिंग की गई है।वही नियमित और स्वाध्याय परीक्षा के किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जाएगा।
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इसके अलावा अतिरिक्त विषय या अतिरिक्त संकाय के छात्रों को उस विषय में 10वीं के साथ मुख्य संकाय के अनुसार मैप किए गए विषय अनुसार अंक प्रदान किए जाएंगे। श्रेणी सुधार छात्रों के अंक हाईस्कूल से मैप किए गए समूह के अंक के अनुसार ही दिए जाएंगे।MP Board द्वारा जारी आदेश अनुसार बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति में हाईस्कूल के सबसे अधिक अंकों वाले विषयों के अतिरिक्त 6वां विषय 12वीं कक्षा के जिस विषय से मैप किया जाएगा, उस विषय में हाईस्कूल के तृतीय भाषा विषय के अंक प्रदान किए जाएंगे।
ऐसा होगा फॉर्मूले का नया फॉर्मेट
उदाहरण के लिए- किसी छात्र को हाईस्कूल में सामाजिक विज्ञान विषय के अंक बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति के अंतर्गत बाहर होने के कारण उसके परिणाम में नहीं जोड़े गए हैं, तो ऐसे छात्र को 12वीं के परीक्षा परिणाम में सामाजिक विज्ञान विषय के अंकों के स्थान पर 10वीं की तृतीय भाषा के अंक प्रदान किए जायेंगे।इसी तरह प्रायोगिक परीक्षा के लिए निर्धारित मापदंड अनुसार कुल 100 अंकों में से गणना उपरांत 12वीं की परीक्षा के प्रायोगिक भाग वाले विषयों में प्रायोगिक भाग में अंक, छात्र द्वारा 100 में से अर्जित प्राप्त अंको के प्रतिशत अधिभार के आधार पर प्रदान किए जायेगे।
ऐसे समझें नंबरों का गणित
उदाहरण के लिए- यदि किसी छात्र को 70% अंक प्राप्त होते हैं तो भौतिक शास्त्र के प्रायोगिक भाग में 30 अंकों का 70% अंक अर्थात 21 अंक प्रदान किए जाएंगे और शेष 49 अंक सैद्धांतिक भाग में प्रदर्शित किए जायेगे।
एक और मिलेगा मौका
MP Board द्वारा रिजल्ट जारी करने के बाद यदि कोई छात्र अपने प्राप्तांक से असंतुष्ट रहता है तो राज्य शासन की अनुमति से आयोजित होने वाली परीक्षा में भाग ले सकेगा, ऐसे छात्रों को परीक्षा परिणाम घोषित होने के 7 दिन के अंदर परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए ऑनलाइन पंजीयन करना अनिवार्य होगा। इस वर्ष 12वीं की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले सभी छात्रों को पूर्व वर्ष अनुसार अंक सूचियों में केवल श्रेणी अंकित की जाएगी। इस वर्ष 12वीं परीक्षा परिणाम की मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जाएगी।
देना होगी यह जानकारी
अन्य राज्य और अन्य बोर्ड से 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले प्रत्येक छात्र को संबंधित अग्रेशन संस्था के माध्यम से 5 जुलाई 2021 तक 10वीं की अंकसूची अनुसार अंक भरना और अंकसूची अपलोड करना अनिवार्य होगा। यह प्रक्रिया 29 जुलाई 21 से एमपी ऑनलाइन के माध्यम से की जायेगी। अधिक जानकारी और दसवीं के विषयों का 12वीं के संकायवार विषयों से मैपिंग की अधिक जानकारी के लिए क्लिक करे।
कोई छात्र नहीं होगा फेल- स्कूल शिक्षा मंत्री
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (MP School Education Minister Inder Singh Parmar) भी कह चुके है कि कक्षा 12वीं की नियमित और स्वाध्यायी छात्रों का परीक्षा परिणाम कक्षा 10वीं के सर्वश्रेष्ठ 5 विषय के विषयवार अंकों के अधिभार के आधार पर तैयार किया जायेगा। सत्र 2020-21 में नियमित और स्वाध्यायी परीक्षा के सभी छात्रों को उत्तीर्ण किया जायेगा। कक्षा 10वीं के विषयों के आधार पर परीक्षा परिणाम तैयार करने की विस्तृत कार्य योजना पृथक से जारी की जायेगी।निर्धारित मापदण्ड के आधार पर तैयार किए गए परीक्षा परिणाम से यदि कोई छात्र अपने प्राप्तांक से असन्तुष्ट रहता है तो राज्य शासन (MP Government) द्वारा आयोजित परीक्षा में भाग ले सकेगा।
परिणाम से संतुष्ट नहीं तो दे सकते है परीक्षा-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Shivraj Singh Chauhan) ने साफ कहा है कि MP Board कक्षा 12वीं के अंकों का निर्धारण कक्षा 10वीं के विभिन्न विषयों में प्राप्त अंकों को बेस्ट ऑफ फाइव के आधार पर किया जाए। यदि विद्यार्थी परिणाम सुधारना चाहते हैं तो वे परीक्षा देकर परिणाम सुधार सकते हैं।