भोपाल| अपनी ही पार्टी के खिलाफ चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी पर आखिरकार कार्रवाई हो गई है| पार्टी के खिलाफ खुलकर बयानबाजी करने पर कांग्रेस ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है| बेटे को टिकट न देने और कांग्रेस स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किये जाने पर चतुर्वेदी ने खुलकर पार्टी और आलाकमान के खिलाफ बयानबाजी की थी| जिसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे की पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है| हालांकि इस कार्रवाई को लेकर भी बड़े नेता बोलने से बच रहे हैं, लेकिन अनुशासनहीनता पर यह कार्रवाई हुई है|
दरअसल, छतरपुर के राजनगर विधानसभा से सत्यव्रत चतुर्वेदी के बेटे नितिन चतुर्वेदी समाजवादी पार्टी की ओर से मैदान में हैं| सत्यव्रत अपने बेटे के लिए मैदान में उतरकर प्रचार कर रहे हैं और कांग्रेस के खिलाफ भी खुलकर बोल रहे हैं| वहीं कांग्रेस ने पिछले दिनों स्टार प्रचारकों में सत्यव्रत का नाम शामिल किया था| जिसके बाद सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा था कि कांग्रेस ने उनके साथ धोखा किया है, कांग्रेस ने मुझे सम्मान नहीं दिया| अब जब मैं अपने बेटे का चुनाव प्रचार कर रहा हूं तो मुझे स्टार प्रचारक बना रहे हैं, ये भांग खाए लोग हैं| चतुर्वेदी ने कहा है कि मैं अपने बेटे नितिन के लिए समाजवादी पार्टी का प्रचार कर रहा हूं, कांग्रेस आलाकमान को अपनी गिरेबान में झांक मेरे ऊपर कार्रवाई करनी चाहिए। बेटे के लिए में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मंच भी साझा करूंगा। सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें सम्मान नहीं दिया। अब जब मैं अपने बेटे के लिए समाजवादी पार्टी का चुनाव प्रचार कर रहा हूं तो मुझे कांग्रेस का स्टार प्रचारक बना रहे हैं। ये भांग खाए लोग हैं। कांग्रेस आलाकमान को मेरे उपर कार्रवाई करनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि सत्यव्रत चतुर्वेदी ने अपने बेटे नितिन के लिए छतरपुर जिले की राजनगर सीट से टिकट मांगा था। टिकट नहीं मिलने के बाद नितिन ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामांकन भरा था। कांग्रेस ने इस सीट से दो बार के विधायक कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा को उम्मीदवार बनाया है।